Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 05:02 PM
औद्योगिक क्षेत्र कंगनवाल स्थित एक स्टील प्लांट द्वारा प्राइवेट 66 के.वी. सब-स्टेशन स्थापित करने के बावजूद बिजली विभाग द्वारा उक्त स्टील इंडक्शन व फर्नेस एवं री-रोलिंग यूनिट के निजी पावर कनैक्शन पर अन्य टैक्सटाइल एवं फर्नेस यूनिटों का लोड डालने का...
लुधियाना (बहल): औद्योगिक क्षेत्र कंगनवाल स्थित एक स्टील प्लांट द्वारा प्राइवेट 66 के.वी. सब-स्टेशन स्थापित करने के बावजूद बिजली विभाग द्वारा उक्त स्टील इंडक्शन व फर्नेस एवं री-रोलिंग यूनिट के निजी पावर कनैक्शन पर अन्य टैक्सटाइल एवं फर्नेस यूनिटों का लोड डालने का मामला तूल पकडऩे लगा है। ग्राम जुग्याणा के अधीन आते इस स्टील यूनिट गर्ग फर्नेस लिमिटेड के एम.डी. दविंद्र गर्ग ने पावरकॉम के चेयरमैन, चीफ इंजीनियर और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को पत्र लिखकर नियमों की आड़ में बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें नाजायज परेशान करने के आरोप लगाए हैं।
दविंद्र गर्ग का कहना है कि करीब साढ़े 8 करोड़ की लागत से उन्होंने अपने स्टील कम्पोजिट यूनिट के लिए 66 के.वी. सब-स्टेशन स्थापित किया है, जबकि करीब साढ़े 3 करोड़ रुपए खर्च करके डेढ़ किलोमीटर लंबी बिजली की तार भी खुद डलवाई है। बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा जानबूझ कर उनकी प्राइवेट केबल पर टैक्सटाइल यूनिट और फर्नेस यूनिट का लोड डालने से अतिरिक्त भार होने से उनकी फैक्टरी की बिजली ट्रिप होने लगी है, जिससे उन्हें प्रोडक्शन लॉस, लेबर चार्जिस और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि 27 नवम्बर 2017 से उनकी फैक्टरी लगातार अघोषित बिजली कटों के कारण बंद हो रही है और 9 बार फैक्टरी इस अविध में अब तक 15 मिनट से लेकर 17 घंटे तक इस वजह से बंद होने से उन्हें करोड़ों रुपए का घाटा सहना पड़ा है। दविंद्र गर्ग ने कहा कि बिजली विभाग के एक्सियन आर.एस. तुंग से सम्पर्क करने पर उन्होंने तकनीकी नियमों का हवाला देते हुए 10 लाख रुपए कम जमा करवाने की वजह से उनकी 66 के.वी. केबल पर अतिरिक्त कनैक्शन जोड़े जा रहे हैं। दविंद्र गर्ग ने मुख्यमंत्री और पावरकॉम के अधिकारियों से गुहार लगाते हुए कहा कि बिजली विभाग की निजी समस्या का उन पर शिफ्ट किया जा रहा भार हटाया जाए, क्योंकि पहले ही मंदी की वजह से उनकी फैक्टरी भारी घाटे में चल रही है और समय रहते समस्या का समाधान न हुआ तो यूनिट तालाबंद हो जाएगा।