Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 11:51 AM
जेल विभाग ने जेलों में कैदियों व हवालातियों के डोप टैस्ट जरूरी कर दिए हैं। इसके चलते विभाग ने राज्य की सैंट्रल व सब जेलों में मैडीकल किटें भेजनी शुरू कर दी हैं।इसी कड़ी के तहत ताजपुर रोड स्थित सैंट्रल, महिला व ब्रोस्टल जेल में भी मैडीकल किटें...
लुधियाना(स्याल) : जेल विभाग ने जेलों में कैदियों व हवालातियों के डोप टैस्ट जरूरी कर दिए हैं। इसके चलते विभाग ने राज्य की सैंट्रल व सब जेलों में मैडीकल किटें भेजनी शुरू कर दी हैं।इसी कड़ी के तहत ताजपुर रोड स्थित सैंट्रल, महिला व ब्रोस्टल जेल में भी मैडीकल किटें पहुंचनी शुरू हो गई हैं।
सैंट्रल जेल के मैडीकल अधिकारी डा. जी.एस. भिंडर ने बताया कि किसी भी कैदी या हवालाती के मैडीकल टैस्ट के दौरान काला पीलिया पॉजीटिव आने पर उसे सिविल अस्पताल में अलाइजा टैस्ट हेतु भेजा जाता था और फिर उसका इलाज शुरू होता था।उन्होंने बताया कि अलाइजा टैस्ट की किटें जेल में ही मुहैया करवाए जाने संबंधी ए.डी.जी.पी. (जेल) को लिखित में भेजा गया था। इस पर विभाग ने यहां कैदियों व हवालातियों की संख्या के अनुरूप एक वर्ष के लिए 180 किटें मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा है।उन्होंने बताया कि 1 किट से 96 टैस्ट किए जा सकते हैं। वहीं अन्य टैस्टों के लिए विभाग की ओर से वर्षभर के लिए 18,000 के करीब किटें भेजी जाएंगी। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय के दौरान उक्त बीमारियों की जांच संबंधी कुछ किटें पहुंच चुकी हैं। अब ज्यादातर टैस्ट जेल अस्पताल में ही हो जाएंगे।