Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Feb, 2018 08:55 AM
नगर निगम चुनावों के लिए टिकटें बांटने को लेकर कांग्रेस में पनपी लड़ाई सड़कों पर आ गई है। शनिवार को कई जगह विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन होने के बाद दूसरी लिस्ट में भी टिकट न मिलने से नाराज महिला कांग्र्रेसी नेताओं ने रविवार को एम.पी. रवनीत बिट्टू के घर...
लुधियाना (हितेश, रिंकू): नगर निगम चुनावों के लिए टिकटें बांटने को लेकर कांग्रेस में पनपी लड़ाई सड़कों पर आ गई है। शनिवार को कई जगह विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन होने के बाद दूसरी लिस्ट में भी टिकट न मिलने से नाराज महिला कांग्र्रेसी नेताओं ने रविवार को एम.पी. रवनीत बिट्टू के घर के बाहर धरना लगा दिया, जिनको टिकट कटने से दुखी अन्य नेताओं का खुलेआम व अंदरखाते समर्थन भी मिल रहा था। जिसके मद्देनजर जिला प्रधान गुरप्रीत गोगी ने सायं को मौके पर जाकर धरना खत्म करवाया।धरने पर बैठी नेताओं का आरोप था कि महिला सशक्तिकरण के नाम पर नगर निगम चुनावों में दिए 50 फीसदी आरक्षण का लाभ पुराने नेताओं की रिश्तेदारों को ही मिल गया है, जबकि सरगर्म महिला वर्करों को नजरअंदाज किया गया है, जिनकी जगह कई महिला आरक्षित वार्डों से नए चेहरों को मौका दे दिया गया है। जिन महिलाओं की कांग्रेस के प्रति कोई भूमिका नहीं है। महिलाओं ने मनाने पहुंचे जिला प्रधान के सामने बनता हक देने की मांग करने सहित भूख हड़ताल करने व तेल डालकर खुद को आग लगाने की धमकी भी दी। महिलाओं ने नेताओं पर वायदा करके टिकटें न देने समेत पैसे लेकर चहेतों को मौका देने का आरोप भी लगाया।
रिएक्शन देखने के लिए पहली लिस्ट में रोके गए थे पूरे नाम
कांग्रेस उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी हुई थी उसे लेकर कोई खास विरोध देखने को नहीं मिला। शायद यही रिएक्शन देखने के लिए पार्टी की स्क्रीङ्क्षनग कमेटी ने शुक्रवार शाम को ही फैसला होने के बावजूद करीब आधे नामों की घोषणा रोक दी थी। जिसके संकेत शनिवार को जारी हुई लिस्ट से मिले, जिसमें मौजूदा व पूर्व पार्षदों के रूप में काफी गैर-विवादित नाम शामिल थे। दूसरी लिस्ट आते ही विरोध काफी जोर पकडऩे लगा है।
दूसरे दिन भीचला रूठने-मनाने का दौर
कांग्रेस की टिकटें बांटे जाने के बाद से रूठने-मनाने का दौर शुरू हो चुका है। कई नेता टिकट का वायदा पूरा न होने को लेकर अपने नेता से नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, जिनको उन नेताओं द्वारा सरकार में एडजस्ट करने का विश्वास दिलाते हुए शांत करने की कोशिश की जा रही है।
लगातार बढ़ रहा आजाद लडऩे वालों का आंकड़ा
कांग्रेस की टिकट न मिलने के बाद आजाद लडऩे का ऐलान करने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इनमें विधायक या हलका इंचार्ज से नाराज होने वाले कुछ करीबी शामिल हैं। वे लोग अलग से हैं जो पहले से बागी होकर टिकट मांग रहे थे और अब सफलता न मिलने पर खुलेआम विरोध करने लगे हैं।
नहीं हुआ अंडरटेकिंग व बाजवा की नसीहत का असर
जब कांग्रेस टिकटों के दावेदारों के इंटरव्यू हुए तो कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्द्र बाजवा ने बार-बार विधायक व सांसद के फैसले पर विश्वास करने की नसीहत दी गई थी। यहां तक कि आवेदन लेते समय टिकट न मिलने की सूरत में बागी न होने की अंडरटेकिंग ली गई थी लेकिन टिकटोंका ऐलान होने के बाद इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है।