Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 11:15 AM
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि इंडस्ट्री व ट्रेड के मामले में पंजाब का प्रमुख सैंटर होने के नाते सरकार द्वारा लुधियाना के विकास को पहल दी जाएगी। कैप्टन यहां रोजगार मेले के बाद मल्हार रोड पर स्मार्ट सिटी के तहत प्रोजैक्टों का नींव पत्थर रखने के...
लुधियाना(हितेश): कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि इंडस्ट्री व ट्रेड के मामले में पंजाब का प्रमुख सैंटर होने के नाते सरकार द्वारा लुधियाना के विकास को पहल दी जाएगी। कैप्टन यहां रोजगार मेले के बाद मल्हार रोड पर स्मार्ट सिटी के तहत प्रोजैक्टों का नींव पत्थर रखने के उपरांत उपस्थिति को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अकाली सरकार की गलत नीतियों के चलते विकास के मामले में लुधियाना काफी पिछड़ गया है। जिसे पटरी पर लाने के लिए सरकार पूरी तरह वचनबद्ध है, क्योंकि नए उद्योग लगाने के लिए जहां कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर होनी जरूरी है, वहीं बेहतर इंफ्रास्ट्रचर भी होना चाहिए। इसके मद्देनजर रुके हुए व नए प्रोजैक्टों को पूरा करवाने के लिए फंड की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उनके साथ वित्त मंत्री मनप्रीत बादल, एम.पी. रवनीत बिट्टू, हलका विधायक भारत भूषण आशु भी मौजूद रहे।
लोकल बॉडीज के कार्यक्रम में सिद्धू की गैर हाजिरी की रही चर्चा
स्मार्ट सिटी से जुड़े प्रोजैक्टों के नींव पत्थर पर लोकल बॉडीज विभाग के नाम से शुरूआत की गई थी। लेकिन उनके मंत्री नवजोत सिद्धू कहीं नजर नहीं आए। वो भी उस समय, जब पंजाब के अधिकतर मंत्री कैप्टन के साथ समारोह में मौजूद थे। लेकिन 2 दिन से पेपरों में लग रहे जॉब फेयर के विज्ञापनों में कहीं सिद्धू का नाम नहीं था और उन्होंने लोकल बॉडीज के तहत की गई भर्ती से संबंधित नियुक्ति पत्र अपने तौर पर ही बांट दिए थे। अब कैप्टन के समारोह के दिन वो जालंधर पहुंच गए। जिसे लेकर यह चर्चा है कि स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्टों का नींव पत्थर रखने का प्रोग्राम अंतिम समय तक फाइनल नहीं हुआ था।
निगम चुनावों के बाद हुई रैली को लेकर वर्करों में दिखा जोश
रोजगार मेले को लेकर कांग्रेस की रैली के रूप में ’यादा देखा जा रहा है, क्योंकि इस मौके पर भीड़ जुटाने के लिए पहले नौकरी हासिल करने वाले युवाओं को तो बुलाया ही गया था, कुर्सियां भरने के लिए सरकारी मुलाजिमों व टीचरों की मदद लेने की भी चर्चा है। इसके अलावा कांग्रेसी नेताओं की भी ड्यूटी लगाई गई थी, जिनको बसें भी मुहैया करवाई गई। जिन वर्करों में रैली को काफी जोश देखने को मिला और पंडाल के अंदर जितनी भीड़ थी, उससे ’यादा लोग बाहर घूम रहे थे। इसकी वजह रैली का आयोजन नगर निगम चुनावों के ठीक बाद होना भी रहा, क्योंकि नए बने पार्षदों ने अपने समर्थकों को जुटाया था और चुनाव हारने वाले भी कुछ दिन पहले तक उनके साथ चलने वाली भीड़ इकट्ठी करते देखे गए।
पी.ए.यू. में भी कायम हुआ अव्यवस्था का आलम
रैली स्थल पर पहुंचने वाली सड़कों पर लगे जाम में ही बहुत गाडिय़ां फंसी रह गई। इसके मद्देनजर सी.एम. का हैलीकाप्टर लैंड करने के बाद फिरोजपुर साइड से गाडिय़ों की एंट्री ही बंद कर दी गई। यही हाल पी.ए.यब. के अंदर देखने को मिला। जब पार्किंग के लिए अलग से जगह मार्क करने के बावजूद लोग पी.ए.यू. की अंदरूनी सड़कों पर गाडिय़ां लेकर घुस गए, जिससे रिहायशी ब्लाक में जाम लगने पर पी.ए.यब. में रहने वाले लोगों को दिक्कत हुई और उनका रविवार की छुट्टी का मजा ही किरकिरा हो गया।
मंच पर चढऩे के लिए कांग्रेसियों में होती रही मारामारी
समारोह के लिए बनाए मंच पर चढऩे वालों की लिस्ट पहले ही बना ली गई थी। लेकिन जिनके नाम इस लिस्ट में शामिल नहीं थे, उनमें मंच पर बैठने के लिए
मारामारी होती रही। जो कभी पुलिस प्रशासन और कभी मंच पर मौजूद नेताओं तक सिफारिशें लड़ाते रहे। उनमें से कइयों को कामयाबी मिलने पर वो कैप्टन से मुलाकात करने में कामयाब हो गए। जबकि मंच पर जाने में असफल रहने वालों की पुलिस अधिकारियों से तकरार होती देखी गई।
जब मनप्रीत बादल ने जमाया सी.एम. की कुर्सी पर कब्जा
वैसे तो कहा जाता है कि कैप्टन का उत्तराधिकारी मनप्रीत बादल को बनाया जाता है। लेकिन वो अब तक डिप्टी सी.एम. बनने में कामयाब नहीं हो पाए। हालांकि रोजगार मेले में उनके बैठने की जगह को लेकर चर्चा जरूर होती रही, क्योंकि वहां बाकी लोगों के लिए आफिस चेयर लगाकर कैप्टन के लिए सोफा रखा गया था। लेकिन कैप्टन भी आफिस चेयर पर बैठ गए और उनके लिए रिजर्व सोफे पर समारोह के अंत तक मनप्रीत ने कब्जा जमाए रखा।
जन्म दिन की बधाई देने पंजाब भर से पहुंचे विधायक
रोजगार मेले को भले ही रा’य स्तरीय समारोह का नाम दिया गया था लेकिन जितनी बड़ी संख्या में मंत्रियों के अलावा विधायक पहुंचे, उसकी वजह कैप्टन का जन्म दिन था। इस मौके पर उन्हें बधाई देने के लिए बिना किसी दिक्कत मिलने का सार्वजनिक समारोह से अ‘छा मौका क्या हो सकता था। उसका फायदा लेने के लिए पूर्व विधायकों के साथ कई हलका इंचार्जों ने भी लुधियाना का रुख कर लिया।
पूर्व अकाली पार्षद के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
नगर निगम चुनावों के दौरान कांग्रेसी वर्करों पर हमला करने के अलावा फायरिंग के मामले में पूर्व अकाली पार्षद भूपिन्द्र भिंदा के खिलाफ जो केस दर्ज हुआ था, उसमें से धारा 307 हटाने का मामला सी.एम. के पास पहुंच गया है। इसके तहत रविवार को कांग्रेस पार्षद अमृतवर्षा रामपाल ने कैप्टन के सामने कहा कि इस पूर्व पार्षद को सुखबीर बादल गत दिवस घर आकर शाबाशी देकर गया है। जिस पर सी.एम. ने मौके पर ही पुलिस कमिश्नर को बनती कार्रवाई करने के आदेश जारी किए।