Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 11:10 AM
जोन-सी के अधीन आते इलाके में अवैध रूप से बन रही दुकानों को गिराने गए बिल्डिंग इंस्पैक्टर को कालोनी मालिक द्वारा बंधक बनाने का मामला नगर निगम गलियारे में दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। जिस इंस्पैक्टर को ए.टी.पी. द्वारा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर...
लुधियाना(हितेश): जोन-सी के अधीन आते इलाके में अवैध रूप से बन रही दुकानों को गिराने गए बिल्डिंग इंस्पैक्टर को कालोनी मालिक द्वारा बंधक बनाने का मामला नगर निगम गलियारे में दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। जिस इंस्पैक्टर को ए.टी.पी. द्वारा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर छुड़वाने की समाचार है।
महानगर में अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करने गए नगर निगम मुलाजिमों का विरोध होना आम बात है। जिसके मद्देनजर अधिकारियों द्वारा पुलिस फोर्स के बिना कोई एक्शन न करने के निर्देश भी दिए गए थे लेकिन जोन-सी की बिल्डिंग ब्रांच के मुलाजिमों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। नतीजा यह निकला कि नक्शा पास करवाए बिना कृष्णा एन्क्लेव के नाम से एक साथ बन रही कई दुकानें गिराने गए बिल्डिंग इंस्पैक्टर का अवैध निर्माणकत्र्ता के साथ विवाद हो गया। जिसने नुक्सान की भरपाई करने की मांग करते हुए बिल्डिंग इंस्पैक्टर को मौके से जाने नहीं दिया। इसकी सूचना जब ए.टी.पी. को मिली तो वह पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंचा और काफी नोक-झोंक के बाद इंस्पैक्टर को वापस लाया गया।
उधर, जोन-सी के स्टाफ का दावा है कि बुधवार को डाबा-लोहारा, ग्यासपुरा, जुगियाना व ढंडारी आदि इलाकों में अवैध निर्माणों पर 30 जगह कार्रवाई की गई, जो सभी निर्माण रिहायशी इलाके में कमर्शियल बिल्डिंगों के रूप में हो रहे थे। जिनको नॉन कम्पाऊंडेबल कैटागिरी में आने के कारण गिरा दिया गया है।