Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 10:15 AM
पंजाब में पड़ रही स्मॉग के कारण जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है, वहीं सड़क हादसों में भी वृद्धि हो रही है। राज्य में अधिकतर लोग यातायात के लिए बसों का प्रयोग करते हैं व अब जब स्मॉग ने पूरा जोर पकड़ लिया है तो लोग बसों को अधिक सुरक्षित मान रहे...
संगरूर (विवेक सिंधवानी,यादविन्द्र): पंजाब में पड़ रही स्मॉग के कारण जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है, वहीं सड़क हादसों में भी वृद्धि हो रही है।
राज्य में अधिकतर लोग यातायात के लिए बसों का प्रयोग करते हैं व अब जब स्मॉग ने पूरा जोर पकड़ लिया है तो लोग बसों को अधिक सुरक्षित मान रहे हैं परंतु बहुत सारी बसों में फॉग लाइटें व रिफ्लैक्टर न लगे होने कारण इनमें सफर करना जानलेवा हो सकता है। पंजाब केसरी की टीम ने सवारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आज जब बस स्टैंड संगरूर का दौरा किया तो देखा कि अधिकतर बसों पर फॉग लाइटें व रिफ्लैक्टर नहीं लगे हुए थे। इन बसों में सरकारी बसों की बहुतायत थी जबकि कुछ निजी बसें भी इनमें शामिल थीं।
स्मॉग के कारण सड़कों पर कई जगह बसों को 0 से 5 मीटर विजीबिलिटी में से गुजरना पड़ता है व उस समय फॉग लाइटें तथा रिफ्लैक्टर न होने के कारण हादसे होने का डर अधिक होता है। ‘हमारी सवारी जान से प्यारी’ कहने वाले सरकारी विभाग का नारा खोखला साबित हो रहा है क्योंकि अगर उन्हें सवारियों की इतनी ही फिक्र है तो कई दिनों से पड़ रही स्मॉग को देखते हुए अभी तक क्यों नहीं फॉग लाइटें व रिफ्लैक्टर लगाए गए व सवारियों की जान के रिस्क पर ये बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं।
कई बार कहा है वर्कशॉप में : ड्राइवर
अपना नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कई सरकारी बसों के चालकों ने बताया कि बिना फॉग लाइटों के वे बड़ा रिस्क लेकर सड़कों पर बसें चला रहे हैं। फॉग लाइटें लगाने संबंधी कई बार वर्कशाप में कह चुके हैं परंतु लाइटें नहीं लग रहीं।
2 दिन में लग जाएंगी फॉग लाइटें : जी.एम.
जब इस मामले संबंधी पी.आर.टी.सी. संगरूर डिपो के जी.एम. प्रदीप सचदेवा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिन बसों पर फॉग लाइटें नहीं लगी हुई हैं उन सारी बसों पर 2 दिनों में अवश्य उक्त लाइटें लगा दी जाएंगी।