Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 10:10 AM
सर्दी के मौसम में फगवाड़ा में पड़ रही कड़ाके की सर्दी से शहर में शाम ढलते ही कई रोड साइड ढाबों के बाहर गैर-कानूनी ढंग से रोजाना सजती ‘खुली मधुशालाएं’ आज-कल फगवाड़ा से गुजरने वाले लोगों के लिए जहां भारी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं वहीं जारी घटनाक्रम...
फगवाड़ा(जलोटा): सर्दी के मौसम में फगवाड़ा में पड़ रही कड़ाके की सर्दी से शहर में शाम ढलते ही कई रोड साइड ढाबों के बाहर गैर-कानूनी ढंग से रोजाना सजती ‘खुली मधुशालाएं’ आज-कल फगवाड़ा से गुजरने वाले लोगों के लिए जहां भारी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं वहीं जारी घटनाक्रम से शहर में आए दिन उक्त इलाकों में शराब के नशे में धुत होकर शराबियों द्वारा मचाए जाते भारी उत्पात से साधारण जनता को भारी मुसीबतें एवं परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।
प्रकरण संबंधी बेहद दिलचस्प पहलू यह है कि पंजाब की कैप्टन सरकार के प्रदेश में ‘गुड गवर्नैंस’ का बेहद बेहतरीन उदाहरण पेश कर रहे कुछ सरकारी बाबुओं का उक्त मधुशालाओं के प्रति रवैया बेहद ‘कृपालु’ बना हुआ है। ऐसा क्यों है यह अपने आप में दिलचस्प बना हुआ है? जारी घटनाक्रम की एक कड़वी हकीकत यह है कि संबंधित स्थलों के बाहर अक्सर लोगों को अपने निजी वाहनों को बीच सड़क पार्क कर शराब के जाम एवं हो-हल्ला करते देखा जा सकता है। इससे संबंधित इलाकों की सड़कों पर से लोग खासकर शाम के समय महिलाओं का गुजरना बिना मतलब के लड़ाई-झगड़े को न्यौते देने के समान हो जाता है।
पुलिस की चेतावनी बेअसर, पुन: हालात पुराने ढर्रे पर
वहीं सच्चाई यह भी है कि फगवाड़ा पुलिस के बड़े अधिकारी निरंतर यहीं प्रयास कर रहे हैं कि ऐसी अवैध मधुशालाओं को बंद किया जाए। इसे लेकर पुलिस द्वारा गत देर रात तक बकायदा इलाके में बड़ी मुहिम भी चलाई गई और कुछ लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा गया कि वे सुधर जाएं अन्यथा कड़ी पुलिस कारवाई के लिए तैयार रहें लेकिन आज रविवार को छुट्टी वाले दिन पुन: हालात पुराने ढर्रे पर लौटते देखे गए।