Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Dec, 2017 12:33 PM
पंजाब सरकार की तरफ से देहाती इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए शुरू की गई मुहिम के अंतर्गत सब हैल्थ सैंटरों को वैलनैस क्लीनिकों में तबदील किया जा रहा है।
गुरदासपुर (हरमनप्रीत) : पंजाब सरकार की तरफ से देहाती इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए शुरू की गई मुहिम के अंतर्गत सब हैल्थ सैंटरों को वैलनैस क्लीनिकों में तबदील किया जा रहा है।
चाहे सरकार की तरफ से की जा रही इस कार्रवाई के चलते ग्रामीण क्षेत्र के लोग स्वास्थ्य सहूलियतों में कुछ सुधार होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं परन्तु दूसरी तरफ रूरल हैल्थ डिस्पैंसरियों में से रूरल मैडीकल ऑफिसरों को शहरी क्षेत्र में भेजने की संभावित तजवीज का पता लगने पर इन डिस्पैंसरियों में तैनात फार्मासिस्टों ने भी सरकार को संघर्ष की चेतावनी दी है।
क्या है वैलनैस क्लीनिक प्रोग्राम
पंजाब में चल रहे सब सैंटरों में ए.एन.एम्ज तैनात हैं जिन्होंने गांवों में टीकाकरण और स्वास्थ्य विभाग से संबंधित सर्वे करने जैसी सेवाओं की जिम्मेदारी संभाली हुई है परन्तु ग्रामीण क्षेत्र में डाक्टरों की कमी के चलते लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं भी पूरी तरह नहीं मिल रही थीं। इस कारण सरकार ने कुछ समय पहले वैलनैस क्लीनिक खोलने का फैसला किया था। इसके अंतर्गत सरकार की तरफ से पहले दौर में 200 से 250 के करीब सब सैंटरों को वैलनैस क्लीनिक ों में तबदील किया जा रहा है।
स्टाफ नर्सों को बनाया जाएगा कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर
इन क्लीनिकों की जिम्मेदारी स्टाफ नर्सों को दी जा रही है जिनको कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर का नाम दिया जाएगा। एन.एच.आर.एम. की तरफ से कम्युनिटी ऑफिसर बनाने के लिए अखबार में इश्तिहार दिया था जिसके अंतर्गत बाकायदा स्टाफ नर्सों और ए.एन.एम्ज ने अप्लाई किया था। इस दौरान अप्लाई करने वाली नर्सों का 3 दिसम्बर को लिखित टैस्ट हुआ है जिसको पास करने वाली स्टाफ नर्सों की कौंसङ्क्षलग करके 200 के करीब नर्सों को इंदिरा गांधी नैशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) से 6 महीनों का कोर्स करवाया जाएगा।