Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Dec, 2017 08:32 AM
फरीदकोट की बाल जेल में बंद मूक-बधिर पाकिस्तानी बाल कैदी जावेद हुसैन इकबाल के मां-बाप को भारत सरकार ने वाघा बॉर्डर से भारत आने व उसकी शिनाख्त के लिए उससे मिलने हेतु वीजा दे दिया है।
फरीदकोट(हाली): फरीदकोट की बाल जेल में बंद मूक-बधिर पाकिस्तानी बाल कैदी जावेद हुसैन इकबाल के मां-बाप को भारत सरकार ने वाघा बॉर्डर से भारत आने व उसकी शिनाख्त के लिए उससे मिलने हेतु वीजा दे दिया है।
जावेद हुसैन की मां इशरत बीबी व पिता इकबाल हुसैन 22 दिसम्बर को वाघा बॉर्डर पर जावेद हुसैन की शिनाख्त करेंगे। अगर उन्होंने 22 दिसम्बर को अपने लड़के को पहचान लिया तो उसी दिन जावेद हुसैन को पाकिस्तान का पासपोर्ट जारी कर दिया जाएगा।
आखिर 7 महीनों की जद्दोजहद व सोशल मीडिया के प्रचार के बाद भारत के विदेश विभाग ने पंजाब के गृह विभाग को हिदायत दी कि 22 दिसम्बर को जावेद हुसैन को वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारियों समक्ष पेश किया जाए। इस हिदायत के बाद जावेद हुसैन को ले जाने के लिए सभी तैयारियां मुकम्मल हो गई हैं व जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने जावेद हुसैन के खिलाफ दर्ज केस में से उसे बरी कर दिया है। भारत सरकार 30 दिसम्बर से पहले जावेद हुसैन को उसके देश वापस भेजना चाहती है।