Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 09:11 AM
पिछले कुछ दिनों से आर.टी.ए. दफ्तर (पूर्व डी.टी.ओ. कार्यालय) का माहौल कुछ बदला-बदला सा देखने को मिल रहा है। आम दिनों की अपेक्षाकृत काफी कम कर्मचारी दफ्तर में बैठे हुए नजर आ रहे हैं। सबसे अधिक हैरान करने वाली बात जो नजर आ रही है, वह यह कि रोजाना यहां...
जालंधर(अमित): पिछले कुछ दिनों से आर.टी.ए. दफ्तर (पूर्व डी.टी.ओ. कार्यालय) का माहौल कुछ बदला-बदला सा देखने को मिल रहा है। आम दिनों की अपेक्षाकृत काफी कम कर्मचारी दफ्तर में बैठे हुए नजर आ रहे हैं। सबसे अधिक हैरान करने वाली बात जो नजर आ रही है, वह यह कि रोजाना यहां बैठकर काम करने वाले निजी कारिंदे वहां देखने को नहीं मिल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस वीरानी के पीछे असली कारण विजीलैंस द्वारा की जाने वाली रेड की संभावना बताई जा रही है। सोचने वाली बात यह है कि आखिर डी.टी.ओ. कार्यालय के अंदर ऐसा कौन-सा राज छिपा हुआ है जिसके सामने आने के भय से कर्मचारी दफ्तर से ही दूरी बनाने में बेहतरी समझते हैं।
वैसे ऐसा नहीं है कि निजी कारिंदे कोई भी काम नहीं कर रहे हैं, क्योंकि छुप-छुप कर सारे काम पहले की तरह ही अंजाम दिए जा रहे हैं। केवल इस बात को लेकर सावधानी बरती जा रही है कि किसी तरफ से कोई भी निजी कारिंदा विजीलैंस के हत्थे न चढऩे पाए। इसके लिए डी.ए.सी. के अंदर अलग-अलग जगहों पर बैठकर निजी कारिंदे अपना-अपना काम निपटा रहे हैं जिसकी सारी जानकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी है।
चंडीगढ़ से आ सकती है स्पैशल चैकिंग टीम
पंजाब रोडवेज वर्कशॉप के अंदर शुरू किया गया आधुनिक ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक जिस दिन से शुरू हुआ है उस दिन से ही विवादों से घिरा हुआ है। आए दिन किसी न किसी बात के कारण ट्रैक चर्चा में रहता है। हाल ही के समय में सामने आए कुछ बड़े घोटालों के बाद तो जालंधर के ट्रैक पर परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों ने पैनी नजर बनाई हुई है। परिवहन विभाग के सूत्रों के अनुसार अधिकारी रोजाना ट्रैक पर होने वाले कामकाज की रिपोर्ट आर.टी.ए. दफ्तर से प्राप्त कर रहे हैं।
इतने बड़े स्तर पर मॉनीटरिंग के पीछे जो कारण बताया जा रहा है, वह यह कि जालंधर के ट्रैक पर जनता को पेश आने वाली परेशानियों को देखते हुए एवं प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत डी.टी.ओ. कार्यालय बंद कर सारा काम आर.टी.ए. दफ्तर के अधीन लोने की कवायद के बाद लगातार नीचे गिर रही सरकार की साख बचाने के लिए अधिकारी कोई कसर बाकी नहीं छोडऩा चाहते। सूत्रों की मानें तो जल्दी ही चंडीगढ़ से एक स्पैशल चैकिंग टीम द्वारा ट्रैक का दौरा किया जा सकता है। उक्त टीम ट्रैक पर हो रहे सारे कामकाज की समीक्षा कर सकती है।