Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 12:16 PM
नगर निगम ने मोगा शहर के अलग-अलग स्थानों पर कथित अवैध कब्जे हटाने के मामले में आज दूसरे दिन भी अपनी कार्रवाई को जारी रखते हुए पुरानी दाना मंडी में 9 स्थानों पर किए गए अवैध कब्जों पर बुल्डोजर चलाया। हालांकि कुछ स्थानों पर निगम की इस कार्रवाई का...
मोगा(ग्रोवर): नगर निगम ने मोगा शहर के अलग-अलग स्थानों पर कथित अवैध कब्जे हटाने के मामले में आज दूसरे दिन भी अपनी कार्रवाई को जारी रखते हुए पुरानी दाना मंडी में 9 स्थानों पर किए गए अवैध कब्जों पर बुल्डोजर चलाया। हालांकि कुछ स्थानों पर निगम की इस कार्रवाई का थोड़ा-बहुत विरोध भी देखने को मिला, लेकिन निगम की सख्ती के आगे दुकानदारों की एकता आज पूरी तरह से फीकी पड़ गई। गत रात से ही दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों को खाली करने के साथ-साथ दुकानों के आगे बनाए अवैध शैडों को अपने स्तर पर तोडऩे में व्यस्त रहे।
करीब 1 बजे निगम की टीम ने पूरे स्टाफ के साथ सबसे पहले शहर की पुरानी सब्जी मंडी में धावा बोला, लेकिन अधिकांश दुकानदारों द्वारा अपने स्तर पर ही खोखे खाली करने के कारण निगम की टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू नहीं की। निगम की टीम ने कई अवैध कब्जों को हटा दिया। इसी दौरान निगम की ओर से पुरानी सब्जी मंडी में यह मुनियादी भी बार-बार करवाई गई कि यदि दुकानदारों ने अवैध कब्जों को खाली न किया तो प्रत्येक हाल में कार्रवाई की जाएगी।
टीम को रोकने वाले पार्षदों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी
नगर निगम मोगा के कमिश्नर जगविन्द्रजीत सिंह का कहना है कि गत दिवस शहर के सिविल अस्पताल के नजदीक जब निगम ने अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई शुरू करनी थी तो उस समय सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल, पार्षद गुरमिन्द्रजीत सिंह बबलू तथा विनय शर्मा ने निगम टीम को कार्रवाई रोकने को कहा। उन्होंने कहा कि इन तीनों पार्षदों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा जा रहा है।
कमिश्नर से मिले 29 पार्षद
अकाली दल से संबंधित 29 पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शाम के समय निगम कमिश्नर को लिखित मांग पत्र देकर मांग की कि इस मामले पर हंगामी बैठक तुरंत बुलाई जाए। पार्षदों का कहना था कि जो कार्रवाई निगम की ओर से हाईकोर्ट के आदेशों पर की जा रही है, उसके वे विरुद्ध नहीं लेकिन जिन लोगों के खोखे हटाए हैं उनको पहले कारोबार के लिए बूथ अलाट करने जरूरी थे। सीनियर पार्षद प्रेम चंद चक्कीवाला, सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल, डिप्टी मेयर जरनैल सिंह, गुरमिन्द्रजीत बबलू, विनय शर्मा, गोवद्र्धन पोपली, छिंदर गिल, मनजीत धम्मू आदि पार्षदों ने कहा कि निगम हाऊस ने 31 अगस्त, 2017 की बैठक दौरान भी इन दुकानदारों के लिए अलग बूथों का प्रबंध करने का प्रस्ताव पारित किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि हलका विधायक, मेयर तथा निगम अधिकारियों ने दुकानदारों को नए बूथों की अलाटमैंट के लिए जरूरी कदम नहीं उठाए। निगम की बैठक में वह दुकानदारों के लिए जगह की अलाटमैंट करवाने का मामला जोरदार ढंग से उठाएंगे।
निगम पार्षदों का पक्ष
नगर निगम मोगा के सीनियर डिप्टी मेयर अनिल बांसल, पार्षद गुरमिन्द्रजीत सिंह बबलू तथा विनय शर्मा का कहना है कि राजसी रंजिश के तहत उनको फंसाया जा रहा है, लेकिन वे शहरवासियों के चुने हुए प्रतिनिधि होने के नाम पर उनकी आवाज बनने के लिए हमेशा तैयार हैं। उन्होंने कहा कि निगम टीम को यह कहा था कि वह दुकानदारों को सामान उठाने का समय कुछ मिनट जरूर दें। उन्होंने कहा कि चाहे वह निगम का हिस्सा हैं, लेकिन इसके साथ ही लोगों के चुने हुए प्रतिनिधि होने के कारण लोगों को जवाबदेह भी हैं। उन्होंने कहा कि अभी उनको नोटिस नहीं मिले।