Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 08:58 AM
साफ-सुधरी चौड़ी सड़कें किसी भी विकसित देश की पहली पहचान होती हैं। भारत सरकार के सड़क व परिवहन मंत्रालय द्वारा बहुत ही संजीदगी से इस पर काम किया जा रहा है, जो कि मौजूदा समय में पूरी रफ्तार से हो रहा है।
करतारपुर(साहनी): साफ-सुधरी चौड़ी सड़कें किसी भी विकसित देश की पहली पहचान होती हैं। भारत सरकार के सड़क व परिवहन मंत्रालय द्वारा बहुत ही संजीदगी से इस पर काम किया जा रहा है, जो कि मौजूदा समय में पूरी रफ्तार से हो रहा है।
यह विचार आज पंजाब केसरी से विशेष बातचीत के दौरान नैशनल हाईवे अथारिटी के प्रोजैक्ट डायरैक्टर कर्नल नीरज कुमार जैन ने प्रकट किए। उन्होंने बताया कि जहां इन सड़कों के निर्माण से आवाजाही व ट्रैफिक में सुधार होगा एवं समय की बचत होगी वहीं सड़क हादसों के ग्राफ में बहुत ज्यादा कमी आएगी एवं अनमोल जानें बच सकेंगी, परंतु इसके लिए बहुत जरूरी है कि लोग जागरुक हों एवं इन सड़कों की मैनटेनैंस, जिसमें सबसे जरूरी साफ-सफाई रखना व अपनी जरूरत अनुसार सड़कों में तोडफ़ोड़ करने से गुरेज करना है। उ
न्होंने बताया कि सड़क किनारे या सॢवस-लेन पर पार्किंग गैर-कानूनी है, जो रास्ता अवरुद्ध करती है एवं दुर्घटनाओं को निमंत्रण देती है। उन्होंने बताया कि सड़क किनारे अपने व्यावसायिक केन्द्र पर पहुंच मार्ग के लिए सड़क मंत्रालय की बैवसाइट पर मात्र एक बार कुछ चार्ज देकर आजीवन परमिशन ली जा सकती है, जो कि व्यवसायी व आम लोगों दोनों के हित में होगी। 6 मार्गीय नैशनल हाईवे व प्रोजैक्ट के अंतर्गत करतारपुर जंग-ए-आजादी यादगार से शुरू किए जा रहे पुल के रैम्प संबंधी जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि भले ही यह प्रोजैक्ट काफी देरी से शुरू हुआ है व इसमें आने वाली रुकावटों के कारण इसके पूरे होने में वर्षों के हिसाब से कयास लगाए जाते थे परंतु अब इस कार्य ने पूरी रफ्तार पकड़ ली है।
अब हम इस पुल को जनवरी 2018 तक तैयार कर देंगे। इस मौके पर भुलत्थ मोड़ अंडरपास के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पहले बनाए गए सड़क के नक्शे में यह अंडरपास नहीं था परंतु स्थानीय लोगों व भाकियू के पदाधिकारियों की जोरदार मांग व इस पुल की जरूरत को देखते हुए पूरी कार्रवाई करके इस पुल संबंधी फाइल केन्द्र सरकार को भेजी गई थी, जिसके कारण सड़क के इस 800 मीटर के हिस्से पर किसी भी तरह का निर्माण कार्य कम्पनी द्वारा नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि लम्बी पशोपेश के बाद गत 15 अक्तूबर के आसपास इस पुल की केन्द्र सरकार की ओर से मंजूरी आ गई है एवं विभाग ने संबंधित नए नक्शे व एस्टीमेट तैयार किए हैं। अब इसे अमलीजामा पहनाने का समय आ गया है।
इस संबंधी बताते हुए उन्होंने कहा कि इस पुल का रैम्प 280 मीटर एक तरफ होगा एवं सड़क निर्माण कर रही वरहा इन्फ्रा को इस पुल को बनाने व पूरा करने का 6 माह का समय दिया गया है। इस संबंधी आज भारतीय किसान यूनियन के नेताओं की हाजिरी में कम्पनी के डी.जी.एम. जतिंद्र सिंह यूनियन के नेताओं जसवीर सिंह लिट्टा, बहादुर सिंह, हरजिंद्र सिंह, मोहन लाल, राजिंद्र सिंह, नरंजन सिंह, राज कुमार इत्यादि ने अरदास करके अंडरपास बनाने की सड़क पर निशानदेही करवाकर रस्मी उद्घाटन किया एवं कहा कि बिना राजनीतिक नेताओं की मदद के लोगों की सहूलियत के लिए यूनियन द्वारा करीब 2 वर्ष तक किया संघर्ष सफल हुआ है, जिससे पठानकोट, डेरा बाबा नानक, बटाला इत्यादि मुख्य शहरों के लिए इस अंडरपास का प्रयोग हो सकेगा। कम्पनी के डी.जी.एम. ने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि 15 मार्च तक यह पुल भी बन जाए।