Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Nov, 2017 02:15 PM
विगत कुछ दिनों से रेलगाडियों की लेट-लतीफी के कारण मुसाफिरों को इस ठंड भरे मौसम में कई प्रकार की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
अमृतसर (जशन): विगत कुछ दिनों से रेलगाडियों की लेट-लतीफी के कारण मुसाफिरों को इस ठंड भरे मौसम में कई प्रकार की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
एक तरफ तो भारतीय रेलवे अपने आपको आधुनिक बनाने प्रति एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है, वहीं दूसरी तरफ रेलवे अभी तक धुंध का ही विकल्प नहीं ढूंढ नहीं पाया है, तो उसका सिस्टम अति आधुनिक कैसे बन सकेगा, यह सोचने का विषय है। गौरतलब है कि हरेक वर्ष धुंध के कारण रेलगाडिय़ों की रफ्तार में काफी कमी आ जाती है जिससे रेलगाडियों की लेट-लतीफी कई-कई दिनों तक बदस्तूर जारी रहती है। इसके चलते कई रेलगाडियों को रद्द तक करना पड़ता है। इसके कारण रेलवे के रैवेन्यू को भी भारी नुक्सान उठाना पड़ता है।
साढ़े 8 घंटे लेट पहुंची वी.वी.आई.पी. शताब्दी
बुधवार को भी अधिकांश रेलगाडिय़ों की लेट-लतीफी बदस्तूर जारी रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर रेलवे की वी.वी.आई.पी. कहलाने वाली शताब्दी रेलगाड़ी भी अपनी तय समय सीमा से करीब साढ़े 8 घंटे लेट रात को 10 बजे के लगभग अमृतसर रेलवे स्टशेन पहुंची, हालांकि उसका अमृतसर रेलवे स्टेशन पर आने का समय दोपहर 1.30 बजे का होता है और वही रेलगाड़ी शाम 5.15 बजे वापस दिल्ली को रवाना होती है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बुधवार को शताब्दी रेलगाड़ी जोकि रात के 10 बजे के लगभग पहुंची है, उसे वापस दिल्ली के लिए रात को 12 बजे के लगभग अमृतसर स्टेशन से रवाना किए जाने की संभावना है। इसके अलावा हावड़ा एक्सप्रैस भी अपने निर्धारित समय से 2 घंटे लेट अमृतसर से रवाना की गई। इसी तरह कई अन्य रेलगाडिय़ों का आवागमन भी प्रभावित ही रहा।