Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 08:08 AM
एक तरफ तो कैप्टन सरकार प्रदेश में नशों के पूरी तरह खात्मे के लिए प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी तरफ पुलिस पर रिश्वत लेकर नशा तस्करों को छोडऩे के कथित तौर पर आरोप लग रहे हैं, जिससे पुलिस की इस अभियान में पूरी ईमानदारी से की जा रही कार्रवाई पर सवाल खड़े...
मोगा (संदीप): एक तरफ तो कैप्टन सरकार प्रदेश में नशों के पूरी तरह खात्मे के लिए प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी तरफ पुलिस पर रिश्वत लेकर नशा तस्करों को छोडऩे के कथित तौर पर आरोप लग रहे हैं, जिससे पुलिस की इस अभियान में पूरी ईमानदारी से की जा रही कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय नार्कोटिक ब्रांच में तैनात पंजाब पुलिस के एक सहायक थानेदार ए.एस.आई. पहाड़ा सिंह को मुखबिर व अपने अन्य साथियों समेत चूरा-पोस्त तस्कर को काबू करने जाना उस समय महंगा पड़ गया, जब गांव वासियों ने थानेदार व उनके साथियों को घेर लिया।
गांव वासियों के रोष को देखते हुए सहायक थानेदार व उनके साथ कार में आए सभी लोग मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके से खिसकने की कोशिश करने लगे लेकिन इसी कोशिश व हड़बड़ाहट में उनकी कार पहले एक बड़े पत्थर से जा टकराई और बाद में कुछ बच्चे उसकी चपेट में आने से बाल-बाल बचे। इस उपरांत वह कार वहां से ले जाने में सफल हो गए, जबकि गांव वासियों ने थानेदार को गांव के सरपंच बलबीर सिंह के घर में ही रोक लिया।
काबू किए गए युवक को रिश्वत लेकर छोडऩे का लगाया आरोप
गांव चन्दनवां के सरपंच बलबीर सिंह, कांग्रेस पार्टी के सीनियर कार्यकर्ता व गांव के पूर्व सरपंच रणजीत सिंह राणा, कांग्रेस के यूथ नेता हरप्रीत सिंह समेत मौके पर भारी गिनती में मौजूद गांव वासियों ने आरोप लगाया कि उक्त सहायक थानेदार ने लगभग एक सप्ताह पहले भी उनके गांव में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर एक युवक को चूरा-पोस्त के साथ काबू किया था, लेकिन बाद में रिश्वत लेकर उस पर बिना मामला दर्ज किए छोड़ दिया था। इसके चलते गांव वासियों में रोष व्याप्त है।
बरामदगी न होने के चलते नहीं किया मामला दर्ज : ए.एस.आई
जब ‘पंजाब केसरी’ की ओर से मौके पर पहुंचकर गांव के सरपंच के घर पर मौजूद ए.एस.आई. पहाड़ा सिंह से बात की गई तो उसने गांव वासियों के रिश्वत के उस पर लगाए आरोपों को गलत बताया। उसने दावा किया कि उक्त छापेमारी में कोई बरामदगी नहीं हुई थी। इसके चलते उसकी ओर से जांच के बाद उक्त काबू किए लोगों को छोड़ दिया गया था। वहीं उसने बताया कि यह छापेमारी भी गुप्त सूचना के आधार पर की गई है।
अगर रिश्वत के आरोप सही साबित होते हैं तो होगी कार्रवाई
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सहायक सब इंस्पैक्टर गुरतेज सिंह ने जहां लोगों को शांत करवाया, वहीं उन्होंने गांव वासियों के ए.एस.आई. पहाड़ा सिंह पर लगाए गए आरोपों संबंधी उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाने व इसकी जांच करवाने का भरोसा दिलाया।
पुलिस के आश्वासन पर ए.एस.आई. को छोडा गांववासियों ने
मौके पर पुलिस पार्टी सहित पहुंचे ए.एस.आई. गुरतेज सिंह ने मामले की पूरी जानकारी ली। उन्होंने इसकी जानकारी थाना प्रभारी बाघापुराना इंस्पैक्टर जंगजीत सिंह को देने व ए.एस.आई. पर लगे आरोपों संबंधी मामले की जांच करवाकर उसके अनुसार कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया।