Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 10:38 AM
शहर में आवाजाई की समस्या को हल करने से अब कस्बा की ट्रैफिक कर्मियों की नाकामी के कारण रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है लेकिन इन कर्मियों द्वारा बाहरी राज्यों से आते बड़े ट्रालों व अन्य अनियमितताओं वाले वाहन चालकों से पिछले दरवाजे पैसे वसूले जाते हैं।
बाघापुराना (चटानी/मनीष): शहर में आवाजाई की समस्या को हल करने से अब कस्बा की ट्रैफिक कर्मियों की नाकामी के कारण रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है लेकिन इन कर्मियों द्वारा बाहरी राज्यों से आते बड़े ट्रालों व अन्य अनियमितताओं वाले वाहन चालकों से पिछले दरवाजे पैसे वसूले जाते हैं।
स्थानीय चौक में तैनात ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी ट्रैफिक को सुचारु बनाने की ओर ध्यान दे या न दें लेकिन ये सवारियों से खचाखच भरे वाहनों व ओवरलोड ट्रालों के चालान काटते नजर आते हैं। 50 गांवों वाले इस एकाएक कस्बा में लोगों की बड़ी आवाजाई तथा चंडीगढ़-गंगानगर मुख्य मार्ग पर पड़ते इस शहर में रोजाना गुजरते हजारों वाहनों के कारण यहां यह समस्या दिनों-दिन गंभीर होती जा रही है। चाहे सड़कों के किनारों पर अवैध कब्जे भी इस समस्या का एक कारण कहा जा सकता है लेकिन ट्रैफिक पुलिस की कार्यशैली आवाजाई को बेहद पेचीदा बना रही है।
चौक के मध्य पुलिस कैबिन में नहीं होता कोई कर्मी
चौक के मध्य पड़े ट्रैफिक पुलिस के कैबिन में आज तक ट्रैफिक पुलिस का सिपाही खड़ा नहीं देखा गया। चाहे स्थानीय शहर के 2 अन्य भीड़-भाड़ वाले चौराहों तथा बाजारों में ट्रैफिक कर्मियों को तैनात रहने की उच्चाधिकारियों द्वारा हिदायतें तो जारी हैं लेकिन कोई भी सिपाही हिदायतों पर अमल नहीं करता। स्कूलों में छुट्टी के समय भी बाजार तथा चौक में लंबे जाम लगे होने कारण चारों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। शहर के सूझवान लोगों का कहना है कि दोपहिया वाहनों का चालान काटने वाली पुलिस को चाहिए कि वह ऐसी खानापूॢत की बजाय नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का चालान किया जाए।
क्या कहना है थाना प्रभारी का
इस संबंधी उप पुलिस कप्तान व थाना प्रभारी जंगजीत सिंह रंधावा ने कहा कि इस संबंधी ट्रैफिक पुलिस को सख्त हिदायतें दे दी हैं, जबकि स्थिति अभी भी ज्यों की त्यों बरकरार है। लोगों ने इस मामले के समाधान के लिए जिला पुलिस अधीक्षक को कोई पुख्ता हल निकालने की मांग की।