Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Jan, 2018 10:19 AM
सीमावर्ती जिला फिरोजपुर का नौजवान शनिवार रात को राजौरी जिले में स्थित नौशहरा सैक्टर में सी.आर.पी.एफ. कैंप पर हुए हमले में आतंकवादियों के साथ लोहा लेते हुए शहीद हो गया जिसकी खबर जब गांव लोहगढ़ ठाकरवाला के लोगों को मिली तो गांव में मातम छा गया।
फिरोजपुर/जीरा(कुमार, जैन, अकालियांवाला): सीमावर्ती जिला फिरोजपुर का नौजवान शनिवार रात को राजौरी जिले में स्थित नौशहरा सैक्टर में सी.आर.पी.एफ. कैंप पर हुए हमले में आतंकवादियों के साथ लोहा लेते हुए शहीद हो गया जिसकी खबर जब गांव लोहगढ़ ठाकरवाला के लोगों को मिली तो गांव में मातम छा गया।
19वीं पंजाब रैजीमैंट में तैनात जगसीर सिंह (32) देश की सेवा करने के मकसद से भारतीय सेना में वर्ष 2004 में भर्ती हुआ था। पिछले लंबे समय से उसकी ड्यूटी श्रीनगर में चल रही थी। बेटे की मौत की खबर सुनकर गम में डूबी मां गुरमीत कौर व पत्नी मोहिन्द्रपाल कौर रोते हुए यही कह रही हैं कि एक सप्ताह पहले तो वह छुट्टी काटकर गया था।
शनिवार को फोन कर उसने नए वर्ष पर फिर से आने की बात कही थी लेकिन मां को क्या पता था कि नए वर्ष पर बेटा शहीद होकर ही घर आएगा। गम में डूबे शहीद जगसीर सिंह के पिता अमरजीत सिंह एवं मां गुरमीत कौर ने कहा कि हमने अपना बेटा देश को समर्पित कर दिया है। उन्हें दुख तो होता है परंतु उन्होंने खुद ही जगसीर को फौज में भेजा था। शहीद की माता ने बिलखते हुए कहा, ‘‘मैं भारतीय सेना से अपील करती हूं कि वह मेरे बच्चे की शहादत का पाकिस्तान से बदला जरूर ले।’’ जगसीर जब भी गांव आता था तो सभी से मिलकर जाता था और अन्य युवाओं को भी सेना में भर्ती होने की प्रेरणा देता था।