Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 08:40 AM
रजिस्ट्री करवाने की अप्रूवल देने की पावर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन के पास होती है, नेता जब चेयरमैन बनते हैं तो वह इस पावर को अपने पास रखते हैं लेकिन जब किसी अधिकारी को एक्सट्रा चार्ज देकर ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया जाता है तो...
जालंधर (पुनीत): रजिस्ट्री करवाने की अप्रूवल देने की पावर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन के पास होती है, नेता जब चेयरमैन बनते हैं तो वह इस पावर को अपने पास रखते हैं लेकिन जब किसी अधिकारी को एक्सट्रा चार्ज देकर ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया जाता है तो अधिकतर वह अंडर सैक्शन 20 के तहत मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए उक्त पावर ट्रस्ट के ई.ओ. को दे देते हैं। जब तक किसी अधिकारी को उक्त चार्ज नहीं दिया जाता तब तक इस पद का चेयरमैन जिले का डिप्टी कमिश्नर होता है।
मौजूदा समय में निगम कमिश्नर बसंत गर्ग इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन हैं जबकि इससे पहले डी.सी. वरिन्द्र कुमार शर्मा ट्रस्ट के चेयरमैन थे। डी.सी. ने अंडर सैक्शन 20 के तहत मिले अधिकारियों का इस्तेमाल करते हुए रजिस्ट्री करवाने की अप्रूवल की पावर ई.ओ. जतिन्द्र सिंह को दे रखी थी। नए चेयरमैन डा. बसंत गर्ग ने अभी उक्त पावर ई.ओ. को नहीं दी जिसके चलते लोगों की रजिस्ट्रियां नहीं हो पा रहीं। लोग इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनका काम नहीं हो पा रहा है।
इस संबंध में ट्रस्ट अधिकारियों का कहना है कि यह चेयरमैन के हाथ में ही है क्योंकि रजिस्ट्री की अप्रूवल के बिना रजिस्ट्री नहीं करवाई जा सकती। पिछले समय के दौरान बड़ी संख्या में रजिस्ट्रियां व अन्य काम रुके हुए हैं। पब्लिक का कहना है कि कांग्रेस राज में उन्हें जो परेशानियां उठानी पड़ रही हैंउसके प्रति आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। इस संबंध में लोगों का कहना है कि वह पब्लिक को होने वाली परेशानी का मुद्दा नवजोत सिंह सिद्धू के समक्ष उठाएंगे ताकि समस्याओं का हल हो सके।