Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 09:44 AM
गुरुनगरी के 8वें मेयर की ताजपोशी, आज किस के सिर पर मेयर का ताज सजेगा, आज नाम बंद लिफाफे में आएगा। गौर रहे कि 18 सितम्बर को निगम का हाऊस भंग हो गया था, लेकिन चुनावों में देरी हुई व 17 दिसम्बर को निगम चुनाव सम्पन्न हुए, जिसमें कांग्रेस ने 64 पार्षद...
अमृतसर(रमन) : गुरुनगरी के 8वें मेयर की ताजपोशी, आज किस के सिर पर मेयर का ताज सजेगा, आज नाम बंद लिफाफे में आएगा। गौर रहे कि 18 सितम्बर को निगम का हाऊस भंग हो गया था, लेकिन चुनावों में देरी हुई व 17 दिसम्बर को निगम चुनाव सम्पन्न हुए, जिसमें कांग्रेस ने 64 पार्षद जीत कर अपना बहुमत हासिल किया, लेकिन एक माह तक कांग्रेस हाईकमान मेयर के नाम का फैसला नहीं कर पाई।
126 दिन बाद नगर निगम को मेयर मिलने वाला है, देर रात तक मेयर के नाम पर अटकलें चलती रहीं, निगम एवं चुनावी गलियारे में कर्मजीत सिंह रिंटू का नाम चर्चा पर रहा, लेकिन किस के सिर पर यह ताज सजता है, यह मंगलवार को सुबह ही पता चल पाएगा। हालांकि मेयर पद के लिए कांग्रेस हाईकमान द्वारा फैसला ले लिया गया है, लेकिन अटकलें अभी भी जारी हैं। नए मेयर के लिए स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ तालमेल बैठाना बहुत जरूरी है। मेयर की कुर्सी के साथ ही चुनौतियां बांहें फैलाए खड़ी हैं।
विकास के एजैंडे के साथ-साथ विकास के लिहाज से जहां लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा, वहीं नगर निगम की चरमराई हुई अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाना भी कोई आसान काम नहीं है। कांग्रेस ने निगम चुनावों में भारी बहुमत हासिल किया है, वहीं हाऊस में महिला पार्षद भी हैं। मेयर पद एवं सी. डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर के दावेदार भी बहुत हैं, जिससे सभी अपनी गोटियां फिट करने में लगे हुए हैं। मंगलवार को 85 पार्षद हाऊस में बैठेंगे।
मेयर चुनाव में मीडिया पर लगा बैन
निगम कमिश्नर सोनाली गिरि ने बताया कि आज सुबह निगम हाऊस में मेयर पद को लेकर चुनाव की जा रही है जिसमें आम जनता नहीं जा सकती और चुनाव में मीडिया भी शामिल नहीं हो सकता। चुनाव के बाद मीडिया को सारी जानकारी दी जाएगी। गिरि ने बताया कि यह सारा फैसला माहौल को शांतिपूर्वक रखने के लिए लिया गया है। सभी मीडिया कर्मी चुनाव के नतीजे आने तक ग्राऊंड फ्लोर पर इंतजार करेंगे। मीडिया के चुनाव में शामिल न होने के कारण पत्रकार भाईचारे में काफी रोष पाया जा रहा है।
मेयर की ताजपोशी एवं नए हाऊस की तैयारी में जुटे अधिकारी
मंगलवार को नए मेयर की ताजपोशी को लेकर सारे निगम में चहल-पहल रही व तैयारियों को लेकर अधिकारी जुटे रहे। निगम में एक्सियन तिलक राज जस्सड़, सुपरिंटैंडैंट अनिल अरोड़ा, सुनील भाटिया कर्मचारियों निर्देश देते नजर आए। निगम हाऊस को नया रंग दिया गया है, यहां अंदर हाल को पेंटिंग एवं फूलों से भी सजाया गया। नए हाऊस को लेकर निगम में हर चीज को बारीकी से देखा जा रहा है। सारे निगम परिसर की साफ-सफाई भी करवाई गई।
नए मेयर का इंतजार कर रहे कर्मचारी व अधिकारी
सालों से एक ही सीट पर एकाधिकार जमाए बैठे अधिकारियों व कर्मियों का पिछले दिनों कमिश्नर सोनाली गिरि द्वारा तिलिस्म तोड़ा गया है, जिसमें यूनियनों के नेताओं का भी तबदाला किया गया है। कई कर्मचारियों ने नेताओं से अपनी बदली को रुकवाने के लिए जोर लगाया, पर कमिश्नर नहीं मानीं। इससे कर्मचारियों व अधिकारियों को नए मेयर का इंतजार है कि वे उनके आने पर सिफारिश से दोबारा अपनी सीटों पर काबिज होंगे। कई बार उक्त को सीटों से बदलने का मामला उठ चुका है, परंतु अपने राजनीतिक आकाओं की शह पर इन्हें किसी की कोई परवाह नहीं थी। यही वजह है कि निगम में इनकी मनमानी बहुत बढ़ गई थी जिसका सीधा असर निगम की कार्यप्रणाली पर पड़ रहा था एवं निगम की आय बढ़ न पाने का एक सबसे बड़ा कारण भी यही है।
आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपया
निगम में आमदनी अठन्नी-खर्चा रुपया वाली हालत से पार पाना होगा। प्रॉपर्टी टैक्स वसूलना सबसे बड़ी चुनौती होगी, साथ ही कर्मियों के वेतन और डी.ए. की बकाया 2 किश्तों के लिए आय के साधन जुटा पाना भी आसान नहीं होगा। रैवेन्यू के लिहाज से हाऊस टैक्स पर निर्भरता छोड़ कर भवन व अन्य विभागों की लगाम कसनी होगी। विज्ञापन बोर्ड पारदॢशता से अलाट करना भी अहम निर्णय में से एक होगा।
अब तक के मेयर, कब से कब तक
*ओमप्रकाश सोनी : 25 जून 1991 से 18 जून 1996 तक।
*सुभाष चंद्र : 28 मई 1997 से 22 सितम्बर 2000।
*लक्खा सिंह गुमटाला कार्यकारी मेयर : 22 सितम्बर 2000 से 17 अक्तूबर 2000।
*बृज मोहन कपूर : 18 अक्तूबर 2000 से 25 मई 2002।
*सुनील दत्ती : 15 जून 2002 से 14 जून 2007।
*श्वेत मलिक : 6 सितम्बर 2007 से 6
सितम्बर 2012।
*बख्शी राम अरोड़ा : 19 सितम्बर 2012 से 18 सितम्बर 2017।