Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jan, 2018 04:50 PM
ताजमहल देखना अब और महंगा हो जाएगा क्योंकि भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा ताजमहल देखने के लिए दी जाने वाली टिकटों के दामों में बढ़ौतरी की जा रही है।
जालंधर(धवन): ताजमहल देखना अब और महंगा हो जाएगा क्योंकि भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा ताजमहल देखने के लिए दी जाने वाली टिकटों के दामों में बढ़ौतरी की जा रही है।
ताजमहल देखने के लिए हर वर्ष लाखों अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू पर्यटक आते हैं। 2 वर्ष पहले ही ताजमहल देखने के लिए टिकटों के दामों में बढ़ौतरी की गई थी तथा अब दोबारा बढ़ौतरी से पर्यटन इंडस्ट्री में हाहाकार मची हुई है। भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग द्वारा प्रस्तावित टिकट दर में बढ़ौतरी घरेलू पर्यटकों के अलावा सार्क देशों व अन्य विदेशी नागरिकों पर लागू होगी। इस समय ताजमहल देखने के लिए प्रति टिकट 40 रुपए वसूल किए जाते हैं जिसमें से 30 रुपए भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग तथा 10 रुपए आगरा डिवैल्पमैंट अथॉरिटी को जाते हैं।
अब भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग ने टिकट के दाम बढ़ाकर 50 रुपए करने की बात कही है। दूसरी ओर ताजमहल देखने के लिए आने वाले विदेशी पर्यटकों से 1000 रुपए प्रति टिकट लिए जाते हैं जिसका आधा हिस्सा भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग व आधा हिस्सा आगरा डिवैल्पमैंट अथॉरिटी को जाता है। अब विदेशी नागरिकों के लिए टिकट की कीमत को बढ़ाकर 1100 रुपए करने का प्रस्ताव है।
भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है जिस पर अगले 45 दिनों में एतराज मांगे जाएंगे। पर्यटन से जुड़ी व्यापारिक संस्थाएं इस मामले को लेकर अपने एतराज दर्ज करवाएंगी।व्यापारिक इकाइयों का कहना है कि भारतीय पुरातत्व सर्वे विभाग के अधिकारियों को नोटिफिकेशन के बारे में जानकारी थी परन्तु उन्होंने इस सूचना के बारे में 2 व 3 जनवरी को हुई बैठकों में चर्चा नहीं की। ताजमहल देखने वालों का रश लगातार बढ़ता जा रहा है।
व्यापारिक संस्थाओं से जुड़े लोगों ने कहा कि पहले ही ताजमहल देखने के लिए विदेशी मेहमानों से भारी-भरकम वसूली की जा रही है, अब उन पर 100 रुपए प्रति टिकट की बढ़ौतरी का और बोझ डाला जा रहा है। उनका कहना है कि पहले ही विदेशी मेहमानों की गिनती घटती जा रही है तथा अगर अब टिकट दर में बढ़ौतरी की गई तो इससे विदेशी पर्यटकों की गिनती में और कमी आ सकती है।
फैडरेशन ऑफ ट्रैवल एसोसिएशन फॉर आगरा के अध्यक्ष राजीव तिवारी ने कहा कि हम एतराज जताने के लिए मसौदा प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। उनका कहना था कि ताजमहल में बढ़ती भीड़ पर रोक लगाने के लिए टिकट दर में बढ़ौतरी करना कोई उपाय नहीं है। इससे हम लोगों को जब्री ताजमहल देखने से रोकना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह टिकट दर में बढ़ौतरी के प्रस्ताव को लागू न होने दें। होटल इंडस्ट्री ने भी इसका कड़ा विरोध किया है। होटल व रैस्टोरैंट एसोसिएशन ऑफ आगरा के अध्यक्ष राकेश चौहान ने कहा कि हम टिकट दरों में बढ़ौतरी का कड़ा विरोध करेंगे। भीड़ से निपटने के लिए दूसरे उपाय किए जाने चाहिएं।