Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 12:11 PM
सरकारें चाहे कोई भी हों देश के अन्नदाता किसान की आत्महत्याएं करने का सिलसिला उसी तरह जारी है। विधानसभा चुनाव 2017 से पहले कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने किसानों का कर्जा पहल के आधार पर माफ करने की चुनाव मैनीफै स्टो में बात कही थी परंतु 9 महीने बाद कई...
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): सरकारें चाहे कोई भी हों देश के अन्नदाता किसान की आत्महत्याएं करने का सिलसिला उसी तरह जारी है। विधानसभा चुनाव 2017 से पहले कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने किसानों का कर्जा पहल के आधार पर माफ करने की चुनाव मैनीफै स्टो में बात कही थी परंतु 9 महीने बाद कई शर्तें लागू करके किसानों के कर्जे की एक किस्त जारी कर दी गई है जिसमें कहा गया है कि अढ़ाई एकड़ से कम जमीन वाले किसान का कर्जा माफ कर दिया गया है।
इस लिस्ट के जारी होने के बाद अढ़ाई एकड़ से कम जमीन वालों के नाम भी इस लिस्ट में रह जाने से मायूसी के कारण किसानों ने आत्महत्याओं का रास्ता फिर से अपना लिया है। गत दिवस संगरूर जिले के गांव रोडेवाला के एक किसान सिकंदर सिंह ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। अब बरनाला जिले के गांव भोतना के कुलवंत सिंह (43) पुत्र नाहर सिंह ने भी गत रात्रि फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पुत्र लवप्रीत सिंह, भाई बलविन्द्र सिंह व को-आप्रेटिव सोसायटी के अध्यक्ष जगजीत सिंह सेखों ने बताया कि मृतक कुलवंत सिंह पर आढ़तियों व बैंक का करीब 10 लाख रुपए का कर्जा था।
सरकार की तरफ से कर्जा माफी से उसको कुछ उम्मीद जागी थी परंतु लिस्ट में नाम न आने कारण गत रात्रि उसने फंदा लगा लिया। जगजीत सिंह सेखों ने कहा कि मृतक के भाई बलविन्द्र सिंह का नाम भी सूची में नहीं है। इस संबंधी सरकार व विभाग को लिखकर भेज दिया गया है। यदि सरकारों ने इस तरफ जल्दी ध्यान न दिया तो पता नहीं कितने घरों के और चिराग बुझ जाएंगे।
क्या की कार्रवाई
थाना टलेवाल के एस.एच.ओ. कुलदीप सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी हरपाल कौर के बयानों के आधार पर 174 सी.आर.पी.सी. तहत कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करने उपरांत शव परिजनों हवाले कर दिया है।