Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 11:08 AM
गांव वैरोवाल बावियां निवासी युवा किसान ने कर्जे से तंग आकर पंखे से फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक किसान पर साढ़े 19 लाख रुपए का कर्जा था और वह एक मासूम बच्चे का बाप था। सतनाम सिंह पुत्र गुरविंद्र सिंह ने सहकारी बैंक से 8 लाख, लैंड मार्टगेज...
तरनतारन(रमन): गांव वैरोवाल बावियां निवासी युवा किसान ने कर्जे से तंग आकर पंखे से फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक किसान पर साढ़े 19 लाख रुपए का कर्जा था और वह एक मासूम बच्चे का बाप था। सतनाम सिंह पुत्र गुरविंद्र सिंह ने सहकारी बैंक से 8 लाख, लैंड मार्टगेज बैंक से 5 लाख का कर्ज ले रखा था, जबकि एक किल्ला जमीन उसने 4 लाख रुपए में गिरवी कर रही थी। किसान सतनाम सिंह ने व्यापारी से 2 लाख अलग कर्जा लिया था जो बढ़कर अढ़ाई लाख बन चुका था। व्यापारी को कर्जा वापस न मिलने पर मामला खडूर साहिब की अदालत में पहुंच चुका था। बुधवार को किसान सतनाम सिंह ने अदालत में मामला निपटाने के लिए 1 लाख रुपए की राशि व्यापारी को अदा करनी थी।
उक्त राशि न जुटा पाने पर किसान सतनाम सिंह ने अपने घर के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली।मृतक के पिता गुरविंद्र सिंह, मां प्रकाश कौर, चचेरे भाई राजविंद्र सिंह ने बताया कि कर्ज लगातार बढऩे के कारण सतनाम सिंह काफी परेशान था। थाना वैरोवाल के प्रभारी प्रीतइंद्र सिंह ने बताया कि सतनाम सिंह का शव पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
वहीं किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू, महासचिव सविंद्र सिंह चुताला, प्रैस सचिव हरप्रीत सिंह सिधवां, तेजिंद्रपाल सिंह राजू रसूलपुर ने कहा कि किसान सतनाम सिंह की आत्महत्या के लिए सीधे तौर पर केंद्र और पंजाब सरकार जिम्मेदार है। मृतक के परिवार को 15 लाख रुपए का मुआवजा, पारिवारिक सदस्य को नौकरी और सारा कर्जा माफ होना चाहिए।