Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Nov, 2017 07:28 AM
डी.ए.सी. के अंदर तहसील परिसर में मंगलवार बाद दोपहर को फोटोकापी के 4 रुपए न देने जैसे एक मामूली विवाद ने विकराल रूप धारण कर लिया और जमकर हंगामा हुआ। फोटोस्टेट बूथ चलाने वाला बूथधारक व एक पुलिस कर्मचारी आपस में उलझ गए और उनके बीच हुआ यह विवाद लगभग 2...
जालंधर(अमित): डी.ए.सी. के अंदर तहसील परिसर में मंगलवार बाद दोपहर को फोटोकापी के 4 रुपए न देने जैसे एक मामूली विवाद ने विकराल रूप धारण कर लिया और जमकर हंगामा हुआ। फोटोस्टेट बूथ चलाने वाला बूथधारक व एक पुलिस कर्मचारी आपस में उलझ गए और उनके बीच हुआ यह विवाद लगभग 2 घंटे तक चला। विवाद बढ़ता देख आसपास के बूथधारक मौके पर इकट्ठा हो गए। दोनों पक्षों के बीच खूब कहा-सुनी हुई और मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि इस विवाद में थाना बारादरी के एस.एच.ओ. को खुद निजी तौर पर मौके पर आकर स्थिति संभालनी पड़ी।
क्या है मामला, क्यों हुआ विवाद?
प्राप्त जानकारी के अनुसार डी.ए.सी. के अंदर स्थित बूथ नं 220 जहां पर फोटोस्टेट मशीन लगी हुई है वहां मंगलवार को बाद दोपहर उस समय स्थिति तनावपूर्ण बन गई जब थाना बारादरी में तैनात एक ए.एस.आई. अपने किसी निजी काम से उक्त बूथ पर फोटोकापी करवाने के लिए आया और फोटोस्टेट के पैसे मांगने पर दोनों के बीच विवाद हो गया। बूथ मालिक संदीप कोहली ने आरोप लगाया कि ए.एस.आई. ने उससे 5 फोटोकापी करवाईं जिसके लिए उसने 2 रुपए प्रति फोटोकापी के हिसाब से 10 रुपए मांगे। ए.एस.आई. ने 10 रुपए देने से इंकार करते हुए कहा, कि वह तो 1 रुपए प्रति कापी के हिसाब से ही पैसे देगा क्योंकि सरकारी रेट 1 रुपए प्रति कापी तय है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ए.एस.आई. ने दुकानदार को 6 रुपए देते हुए बाकी पैसे देने से मना कर दिया जिसके बाद बकाया 4 रुपए मांगने पर दोनों पक्षों के बीच वाद-विवाद शुरू हो गया।
संदीप ने कहा कि ए.एस.आई. ने उसके साथ बदतमीजी से बात करते हुए अपनी वर्दी का रौब झाड़ते हुए उससे कागका ले लिए और कहा कि तुम में हिम्मत है तो पैसे लेकर दिखाओ। इस अवसर पर एडवोकेट संदीप थापर, सतिंद्र सहित आसपास के बूथधारक उपस्थित थे। इस बीच किसी ने संदीप के पिता को फोन किया और उन्होंने मौके पर पहुंचकर एस.एच.ओ. थाना बारादरी से फोन पर बात की। एस.एच.ओ. खुद मौके पर आए और उन्होंने मामूली सी बात को लेकर हुए विवाद को लेकर खेद जताया तथा कहा कि ए.एस.आई. को किसी भी हाल में बुरा बर्ताव नहीं करना चाहिए था।
उन्होंने संदीप के पिता और अन्यों को आश्वासन दिया कि वह ए.एस.आई. को उसकी गलती का एहसास अवश्य करवाएंगे। इस मामले में सबसे अधिक हैरान करने वाली बात है कि 4 रुपए जैसी नाममात्र राशि के लिए जहां एक तरफ पुलिस कर्मचारी और बूथधारक काफी देर तक एक-दूसरे से बहसबाजी करते रहे वहीं दूसरी तरफ एक थाने के एस.एच.ओ. को खुद मौके पर आना पड़ा, जबकि यह राशि इतनी मामूली है कि इसके लिए शायद ही कोई इतना बड़ा विवाद खड़ा करे।
मेरा लड़का 70 प्रतिशत विकलांग है, विवाद के बाद हुई हालत खराबः दविंद्र कोहली
संदीप कोहली के पिता दविंद्र कोहली ने बताया कि उनका लड़का 70 प्रतिशत विकलांग है और दिमागी तौर पर कमजोर भी है। उसे मिर्गी का दौरा भी पड़ता है। उसका इलाज अस्पताल में पहले से ही चल रहा है। ए.एस.आई. के साथ हुए विवाद के बाद घर आकर उसकी हालत बेहद खराब हो गई। उसे बार-बार दौरे पडऩे लगे क्योंकि उसने सारी बात दिल पर ले ली जिससे उसे बहुत घबराहट महसूस हो रही थी। उन्होंने कहा कि अगर मेरे बेटे को कुछ होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी ए.एस.आई. की होगी। उन्होंने कहा कि वह कमिश्नर पुलिस से अपील करते हैं कि उसे न्याय दिलाया जाए।
सूचना मिली थी, मौके पर जाकर मामला सुलझा दिया : एस.एच.ओ.
थाना बारादरी के एस.एच.ओ. बलबीर सिंह ने कहा कि उनके पास सूचना आई थी जिसके बाद वह खुद मौके पर गए थे और मामला सुलझा दिया। बूथधारक के पिता से बात हुई थी, उन्होंने अपनी संतुष्टि जताई है।