Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 09:15 AM
पिछले कुछ दिनों से आर.टी.ए. दफ्तर (पूर्व डी.टी.ओ. कार्यालय) में काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों और उनके पास काम करने वाले निजी कारिंदों को लेकर विजीलैंस विभाग ने काफी सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है, जिसकी सूचना परिवहन विभाग के पास भी पहुंच चुकी है।
जालंधर (अमित): पिछले कुछ दिनों से आर.टी.ए. दफ्तर (पूर्व डी.टी.ओ. कार्यालय) में काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों और उनके पास काम करने वाले निजी कारिंदों को लेकर विजीलैंस विभाग ने काफी सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है, जिसकी सूचना परिवहन विभाग के पास भी पहुंच चुकी है। हाल ही में विभाग के आला अधिकारियों द्वारा कुछ अफसरों के नाम पर हो रही अवैध वसूली को लेकर भी कड़ा संज्ञान लिया था, जिसमें यह बात सामने आई थी कि रिश्वत लेने वाले और रिश्वत देने वाले दोनों ही विभाग के टार्गेट पर हैं।
किसी भी समय इनकी धर-पकड़ हो सकती है। गौर हो कि पंजाब केसरी द्वारा भी इस मुद्दे को बड़ी प्रमुखता से उठाते हुए एक खबर प्रकाशित की गई थी, जिसमें परिवहन विभाग के क्लर्कों को विजीलैंस के राडार पर होने की बात की गई थी। इस खबर के बाद विजीलैंस की संभावित आहट को देखते हुए पूरा दफ्तर लगभग खाली जैसा हो गया है।
दफ्तर का बदला नजारा, गायब हुए निजी कारिंदे
खबर छपने के पश्चात मंगलवार को आर.टी.ए. दफ्तर का नजारा बिल्कुल बदला-बदला नजर आया। आम दिनों में जहां पुराने डी.टी.ओ. कार्यालय वाली बिल्डिंग में सरकार क्लर्कों के साथ 2 दर्जन से अधिक निजी कारिंदों की फौज सुबह से लेकर सरेआम काम किया करती थी, उसमें से एक भी कारिंदा सारा दिन दफ्तर में नजर नहीं आया। सूत्रों की मानें तो निजी कारिंदों को स्पष्ट निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि वे कुछ दिनों के लिए यहां से गायब हो जाएं। मौजूदा समय के अंदर कर्मचारी काफी सतर्क होकर काम कर रहे हैं।
यहां तक कि कुछ निजी कारिंदों ने तो अपने फोन तक बंद कर लिए हैं। मंगलवार को कुछ कारिंदे सुबह 9 बजे से पहले दफ्तर आकर अपना काम कर्मचारियों को सौंपकर वापस लौट गए। इस तरह से देर शाम को कुछ कारिंदे मुकम्मल हुए काम को लेने दफ्तर पहुंचे और चुप-चाप दस्तावेज लेकर वापस लौट गए।
होशियारपुर में हुई विजीलैंस कार्रवाई ने बढ़ाई दिलों की धड़कन
बाद दोपहर दफ्तर में यह बात जंगल की आग के जैसे फैल गई कि विजीलैंस विभाग ने होशियारपुर पर तैनात एक कर्मचारी को रंगे हाथों दबोच लिया है। जालंधर में भी तैनात रह चुके उक्त कर्मचारी की नियुक्ति जिस अधिकारी के साथ है, उनका नाम भी उछला मगर बाद में साफ हुआ कि उनको नहीं बल्कि केवल कर्मचारी को ही पकड़ा गया है।
विजीलैंस द्वारा की गई कार्रवाई ने दफ्तर में काम करने वाले लगभग सभी कर्मचारियों के दिलों की धड़कन को काफी बढ़ा दिया है। हर कोई इसी ङ्क्षचता में डूबा है कि आने वाले समय में कहीं उनके दफ्तर में एसी कोई घटना न हो जाए, जिसके बाद उन्हें पछताना पड़े, इसलिए एजैंटों से कुछ दिनों के लिए दूरी बनाकर रखने का फैसला लिया गया है।