Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Nov, 2017 11:00 AM
पंजाब में सत्ता भले ही कांग्रेस पार्टी की है लेकिन फगवाड़ा में दबदबा भाजपा मेयर अरुण खोसला का चल रहा है। इसका ज्वलंत उदहारण आज सैंकड़ों फगवाड़ा वासियों ने तब खुलेआम दिन-दिहाड़े देखा जब नगर निगम फगवाड़ा की टीम ने गोल चौक के पास बनी हुई सॢवस लेन में...
फगवाड़ा(जलोटा): पंजाब में सत्ता भले ही कांग्रेस पार्टी की है लेकिन फगवाड़ा में दबदबा भाजपा मेयर अरुण खोसला का चल रहा है। इसका ज्वलंत उदहारण आज सैंकड़ों फगवाड़ा वासियों ने तब खुलेआम दिन-दिहाड़े देखा जब नगर निगम फगवाड़ा की टीम ने गोल चौक के पास बनी हुई सॢवस लेन में मौजूद दुकानदारों, बैंकों आदि द्वारा किए गए कब्जों को सख्ती से हटाया। इस दौरान हालात तब खासे तनावग्रस्त हो गए, जब निगम की टीम द्वारा मेन हाईवे नंबर-1 पर स्थित एक दुकान के बाहर रखे गए वाटर कूलर को अवैध कब्जा करार देते हुए उठा लिया।
ऐसा होते देख संबंधित दुकानदार ने निगम अमले द्वारा की जा रही इस कारवाई का जमकर विरोध किया, जिसे देखते हुए मौके पर फगवाड़ा कांग्रेस पार्टी के एक बेहद सीनियर राजनेता वहां पर पहुंच गए और उन्होंने संबंधित दुकानदार का साथ देते हुए निगम अमले से कहा कि वह ऐसा न करें। इसके चलते देखते ही देखते मामला गर्मा गया और संबंधित कांग्रेसी नेता पूरी तरह से निगम के सरकारी अमले से बहसबाजी करते उलझ गए और वाटर कूलर को वापस करने की मांग पर अडिग हो गए लेकिन उक्त कांग्रेसी नेता की निगम की टीम के आगे एक न चली और निगम की टीम ने अपने सीनियर अधिकारियों की मौजूदगी में वाटर कूलर जब्त कर लिया और टीम पूरी शानो-शौकत के साथ आगे बढ़ गई।
इसके बाद निगम की टीम बस स्टैंड इलाके में पहुंची, जहां पर शराब के ठेके के आगे अवैध रूप से पड़ी टीन की शैड को सरकारी अधिकारियों ने क्रेन से गिराते हुए इसे ध्वस्त कर डाला। इसके उपरांत निगम की टीम द्वारा श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के करीब श्री शीतला माता मंदिर के बाहर प्रसाद के लिए अवैध तौर पर लगे खोखे को हटवाना चाहा लेकिन मामला तब गर्मा गया जब भक्तों व लोगो ने इस कार्रवाई का पुरजोर विरोध करना शुरू कर दिया।
निगम की टीम चुपके से संबंधित खोखे के मालिक को इसे तुरंत हटाने की चेतानवी दे वहां से चली गई। इसी कड़ी में निगम टीम द्वारा फगवाड़ा ओवरब्रिज के नीचे मौजूद कुछ कबाडिय़ों की दुकानों का बताया जाता कबाड़ा का सामान सख्ती से हटा दिया। इसके बाद निगम टीम ने इसी इलाके में मौजूद सर्विस लेन्स पर कुछ सरकारी बैंकों के बाहर पड़े जैनरेटर सैट्स को निगम द्वारा तय की गई सीमा के तहत अंदर करवाया व कुछ को चेतावनी दे अवैध कब्जों को खुद ही हटाने की बात कही।
तदोपरांत निगम टीम ने शहर के अति व्यस्त बस स्टैंड इलाके करीब स्थित एक दुकाननुमा ढाबे के बाहर हुए अवैध कब्जों को ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान निगम अमले ने क्रेन से दुकान के बाहर पड़ा तंदूर, टीन शैड तोड़ दिया और इसी के करीब मौजूद साइकिल व स्कूटर पार्किंग स्थल के कुछ हिस्से को तोड़ डाला और यहां पर लगाए गए फलैक्स बोर्ड भी तोड़ दिए। इस दौरान अहम पहलू यह भी रहा कि निगम अमले द्वारा जब शहर में ये कार्रवाइयां की जा रही थीं, तब इलाके की सॢवस लेन्स पर सभी जगह भारी ट्रैफिक जाम लग गए और लोगो को भारी असुविधा के दौर से गुजरना पड़ा।
जारी घटनाक्रम को देख लोगो में यह चर्चा थी कि निगम गरीब व असहाय लोगों पर तो अपनी कार्रवाई सख्ती से करता रहता है, जबकि शहर के रसूखदार लोगो पर ऐसी कारवाई न तो होती कभी देखी गई है और न ही निगम की इन ताकतवर लोगो द्वारा खुलेआम किए जाते अवैध कब्जे हटाने की जुर्रत होती है।