Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jan, 2018 04:37 PM
कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह द्वारा इस्तीफे की पेशकश के बाद ''आप'' नेता सुखपाल खैहरा उनके निशाने पर आ गए हैं। राणा गुरजीत ने कहा है कि उनके खिलाफ कुछ साबित नहीं हुआ, फिर भी उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया।
चण्डीगढ़: कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह द्वारा इस्तीफे की पेशकश के बाद 'आप' नेता सुखपाल खैहरा उनके निशाने पर आ गए हैं। राणा गुरजीत ने कहा है कि उनके खिलाफ कुछ साबित नहीं हुआ, फिर भी उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया।
राणा गुरजीत ने सुखपाल खैहरा को बड़ा सवाल करते कहा है कि खैहरा भी क्यों नहीं नैतिकता दिखा देते। उन्होंने कहा कि खैहरा को भी ड्रग मामले सम्बन्धित सम्मन जारी हो चुके हैं, फिर वह क्यों नहीं नैतिकता के आधार पर इस्तीफा के देते। राणा गुरजीत ने कहा कि रेत माफिया के मामले में उन्हें कालीन चिट मिल चुकी है, इसके बावजूद भी खैहरा लगातार उन पर सवाल उठा रहे थे। इसलिए उन्हों ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि जहां तक इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ई. डी.) की तरफ से बुलाए जाने की बात है तो ई. डी. किसी भी व्यक्ति के पास से पूछताछ कर सकती है। अब देखना यह होगा कि राणा गुरजीत के इस सवाल का सुखपाल खैहरा क्या जवाब देते हैं।