Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 05:05 PM
): एक तरफ केंद्र सरकार बुजुर्गों को सुविधा देने के लिए तरह तरह के प्रलोभन देती है और ऐसे सुविधानजक कानून बनाए गए हैं कि बुजुर्ग व्यक्ति खुद को सुरक्षित समझें, यहां तक कि 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति को सीनियर सिटीजन की उपाधि दी गई है। उसे हरेक सरकारी...
अमृतसर (जशन): एक तरफ केंद्र सरकार बुजुर्गों को सुविधा देने के लिए तरह तरह के प्रलोभन देती है और ऐसे सुविधानजक कानून बनाए गए हैं कि बुजुर्ग व्यक्ति खुद को सुरक्षित समझें, यहां तक कि 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति को सीनियर सिटीजन की उपाधि दी गई है। उसे हरेक सरकारी कार्यालय में सम्मान मिलता है, किंतु केंद्र सरकार के कई ऐसे विभाग हैं जो सरकार द्वारा बुजुर्गों को दी गई इन राहतों पर न केवल पानी फेर देते है बल्कि उन्हें अन्य लोगों से भी ज्यादा प्रताडि़त करते हैं, इनमें एक रेल विभाग भी है।
आज सुबह हाथी गेट के सामने रेलवे की नई खुली टिकट ब्रांच पर सुबह एक 63 वर्षीय व्यक्ति नरिन्द्र अमृतसर से जगाधरी की टिकट लेकर गया। लगभग डेढ़ घंटे बाद गाड़ी न मिलने के उपरांत वह टिकट वापस करने आया तो काऊंटर पर बैठे व्यक्ति ने कहा कि कुछ पैसे काट कर टिकट वापस ली जाएगी। इस पर उक्त व्यक्ति ने कर्मचारी को टिकट देकर पैसे वापस मांगे। ज्यों ही काऊंटर पर बैठे व्यक्ति ने टिकट देखी तो उसने टिकट वापस करते हुए कहा कि सीनियर सिटीजन की टिकट वापस नहीं होती।
नैटवर्किंग सिस्टम में नहीं है प्रावधान : आर्यन शर्मा
इस पर उक्त व्यक्ति ने इसका कारण पूछा तो कर्मचारी ने कहा कि नैटवर्किंग सिस्टम में 60 वर्ष से ऊपर व्यक्ति की टिकट कैंसिल करने का कोई प्रावधान नहीं है। काऊंटर पर बैठे उक्त व्यक्ति आर्यन शर्मा ने कहा कि इसे लेकर रेलवे स्टेशन पर जाओ और संबंधित अधिकारियों से पहले अनुमति लो। बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि रविवार होने के कारण रेलवे स्टेशन पर भी उसे कुछ समझ न आई। अंतत: चक्कर काटकर वह वापस घर चला गया।
प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को लिखेंगे पत्र : शर्मा
इस बारे रेलवे मामलों के जानकार व आर.टी.आई. एक्टीविस्ट एडवोकेट पी.सी. शर्मा ने कहा कि रेलवे कर्मी अब मनमानी पर उतर आए हैं। रेलवे कर्मियों द्वारा सीनियर सिटीजन, लेडीज व दिव्यांग व्यक्तियों को परेशान करने की काफी शिकायतें मिल रही हैं परंतु अभी तक किसी भी उच्चाधिकारी ने ऐसे कर्मियों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है। इस कारण ऐसी घटनाएं रोजाना हो रही हैं। वह इस संदर्भ में जल्द ही प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को पत्र लिखेंगे।