Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 02:52 PM
पंजाब में सोमवार तक डेंगू के 8,400 से अधिक मामले दर्ज किए गए। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने अशंका जताई है कि संख्या बढ़ सकती है। गत वर्ष पिछले साल पंजाब में डेंगू के 10,475 मामले दर्ज किए गए थे।
पटियालाः पंजाब में सोमवार तक डेंगू के 8,400 से अधिक मामले दर्ज किए गए। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने अशंका जताई है कि संख्या बढ़ सकती है। गत वर्ष पिछले साल पंजाब में डेंगू के 10,475 मामले दर्ज किए गए थे।
इस वर्ष, मोहाली जिले में डेंगू के अधिकतम 1431 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि पटियाला और होशियारपुर में 1,083 तथा 977 मामले सामने आए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक महीने में 28 मरीजों की इस बीमारी से मृत्यु हो चुकी है। इस वर्ष संदिग्ध डेंगू के मामलों की संख्या निजी और सरकारी स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों में लगभग 1 9, 000 दर्ज की गई है ।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, स्थिति से निपटने के लिए परीक्षण सुविधाओं और दवाइयों की कोई कमी नहीं थी। उन्होंने कहा कि चूंकि मच्छरों के प्रजनन के कारण डेंगू फैलता है, यह मुद्दा मुख्य रूप से स्थानीय विभाग सहित अन्य विभागों के दायरे के भीतर आता है, जो फॉगिंग और अन्य निवारक उपायों के लिए जिम्मेदार है।
बीमारी के लिए कौन जिम्मेदार, बहस बरकरार
मुख्यमंत्री के जिलों में बीमारी के लिए कौन जिम्मेदार है, इसको लेकर आम बहस जारी है। जहां सेहत विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि उनका काम तो इलाज के साथ संबंधित है, फॉगिंग का काम तो नगर निगम की जिम्मेदारी बनती है, तब आम लोग इस बात से हैरान हैं कि अलग-अलग विभागों की तरफ से एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालने से आम लोग किस से जवाबदेही की आस रखें।
सरकारी अस्पतालों में गंदगी की भरमार, डाक्टर भी हुए बीमार
शहर के राजिन्द्रा अस्पताल में बेशक आम गरीब जनता इलाज के लिए सबसे अधिक आ रही है परन्तु अस्पताल का दौरा करने पर देखा गया कि अस्पताल में कई स्थानों पर गंदगी की भरमार है। ऐसे में जब इन अस्पतालों ने बीमारी के इलाज के लिए काम करना है, ये खुद बीमारी के केंद्र बनते नजर आ रहे हैं। इस दौरान ही सरकारी अस्पतालों के डाक्टर और पैरा मैडीकल स्टाफ भी इस बीमारी की लपेट में आ गए हैं। अस्पताल का काफी स्टाफ छुट्टी पर बताया जा रहा है जो डेंगू या वायरल से पीड़ित है।