Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 04:19 PM
सीमावर्ती जिलों के स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति को यकीनी बनाने हेतु पंजाब सरकार ने एक अहम फैसला लिया है जिसके तहत पंजाब के 6 सीमावर्ती जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फाजिल्का आदि हेतु एक अलग कैडर बनाया जा रहा है।
दीनानगर (कपूर): सीमावर्ती जिलों के स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति को यकीनी बनाने हेतु पंजाब सरकार ने एक अहम फैसला लिया है जिसके तहत पंजाब के 6 सीमावर्ती जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फाजिल्का आदि हेतु एक अलग कैडर बनाया जा रहा है। इन सीमावर्ती जिलों के स्कूलों के लिए अध्यापकों की अलग भर्ती की जाएगी। उक्त विचार शिक्षा मंत्री पंजाब अरुणा चौधरी ने आज अपने निवास पर आयोजित प्रैस वार्ता दौरान व्यक्त करते हुए कहा कि इन सीमावर्ती जिलों के स्कूलों के लिए भर्ती हुए अध्यापकों को अपनी सारी सॢवस इन सीमांत जिलों में ही करनी पड़ेगी जबकि महिला अध्यापकों को शादी के दौरान ट्रांसफर का एक अवसर दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए नीतियों में कई बदलाव करने के अलावा नकल जैसी बुराई को समाप्त करने के लिए भी ठोस नीति अपनाई है जिसके तहत 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थी अपने ही स्कूल में परीक्षा नहीं दे सकेंगे। इन विद्यार्थियों को निकटवर्ती जो भी परीक्षा केन्द्र होगा वहां परीक्षा देनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि जिन स्कूलों में फिर भी नकल की शिकायतें मिलेंगे वहां पर सी.सी.टी.वी. कैमरों की व्यवस्था की जाएगी।अरुणा चौधरी ने बताया कि जिन स्कूलों का परीक्षा परिणाम बढिय़ा रहेगा, सरकार द्वारा उन्हें परिणाम प्रतिशत के हिसाब से नकद राशि से पुरस्कृत करने का भी निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार हेतु अन्य भी कई बदलाव किए जा सकते हैं।मंत्री ने इस अवसर पर दीनानगर शहर की समस्याओं बारे बताया कि लोगों को किसी व्यक्ति की मौत के बाद अन्तिम संस्कार हेतु शव ले जाने में काफी दिक्कत आती है। उन्होंने कहा कि नगर में लम्बे समय से बन्द पड़ी स्ट्रीट लाइटों को चालू करवाया जाएगा तथा थाना चौक से अनाज मंडी तक स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था हेतु अपने फंड से 7.68 लाख रुपए देने की भी घोषणा की।