Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jan, 2018 11:43 AM
जिला भाजपा द्वारा जिला प्रधान डा. रमन घई के नेतृत्व में कै. अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की वायदाखिलाफी के विरोध में जिला प्रबंधकीय कॉम्पलैक्स समक्ष विशाल रोष धरना दिया गया जिसमें भारी तादाद में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल...
होशियारपुर(जैन): जिला भाजपा द्वारा जिला प्रधान डा. रमन घई के नेतृत्व में कै. अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की वायदाखिलाफी के विरोध में जिला प्रबंधकीय कॉम्पलैक्स समक्ष विशाल रोष धरना दिया गया जिसमें भारी तादाद में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए।
जिला मीडिया प्रभारी योगेश कुमरा ने बताया कि पंजाब सरकार के खिलाफ दिए गए इस रोष धरने में जिला प्लानिंग बोर्ड के पूर्व चेयरमैन व जिला भाजपा प्रभारी जवाहर खुराना विशेष तौर पर उपस्थित हुए। रोष धरने को जिला भाजपा अध्यक्ष डा. रमन घई, जिला महामंत्री एडवोकेट डी.एस. बागी, पंजाब यूथ डिवैल्पमैंट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन संजीव तलवाड़ के अलावा जिला ओ.बी.सी. सैल के अध्यक्ष महिन्द्रपाल धीमान, देहाती मंडल अध्यक्ष एडवोकेट नवजिन्द्र सिंह बेदी, पश्चिमी मंडल अध्यक्ष अश्विनी ओहरी, किसान मोर्चा अध्यक्ष बलबीर सिंह अजड़ाम, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कमलजीत सेतिया, महिला मोर्चा अध्यक्ष मीनू सेठी, जिला मुकेरियां देहाती मंडल अध्यक्ष संजीव मिन्हास, पंजाब पंचायती राज के अध्यक्ष पिंकी शर्मा, दलजीत सिंह जीतू पूर्व चेयरमैन जिला परिषद, जिला सचिव दीपक प्रभाकर आदि ने संबोधित किया। उन्होंने पंजाब सरकार के 10 महीने की कारगुजारी पर प्रश्न-चिन्ह लगाते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष डा. रमन घई की अध्यक्षता में जिलाधीश विपुल उज्ज्वल को सरकार के खिलाफ मांग-पत्र दिया गया।
गिनाईं सरकार की नाकामियां
जिला प्लानिंग बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जवाहर खुराना ने कार्यकत्र्ताओं को सरकार की नाकामियां गिनाते हुए कहा कि सरकार अपने 10 महीने के कार्यकाल दौरान पूरी तरह विफल रही है। कानून व्यवस्था तहस-नहस होने के साथ-साथ रेत व ड्रग्स माफिया का प्रदेश में कब्जा हो चुका है। पंजाब सरकार को प्रदेश की जनता से किए हुए झूठे वायदों प्रति जवाब देने के लिए लोगों के बीच जाना ही होगा।
डा. रमन घई ने कहा कि भाजपा-अकाली गठबंधन ने 10 वर्षों में जो विकास कार्यों की लड़ी शुरू की थी, कांग्रेस सरकार ने उसे 10 महीनों में ठप्प कर दिया है। कांग्रेस के नाकामियों भरे इन 10 महीनों में किसान, दलित, युवा, महिलाएं तथा प्रदेश का हर वर्ग दुखी है। किसानों की अत्महत्याएं तेजी से बढ़ी हैं। दलितों पर अत्याचार के साथ-साथ 50,000 तक के कर्जे की माफी व दलितों को घर बनाकर देने व बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के वायदे हवा में उड़ गए हैं।
सरकार नीले कार्डधारकों को दालें, चीनी देने की बजाय गेहूं भी ठीक से नहीं दे पा रही। युवा वर्ग रोजगार के लिए सरकार की ओर देख रहा है। सरकार की इस वायदाखिलाफी का नतीजा उसे पंचायत चुनावों व वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। संजीव तलवाड़ ने कहा कि कैप्टन सरकार पंजाब के इतिहास की सबसे निकम्मी व जनविरोधी सरकार साबित हुई है। कमलजीत सेतिया व संजीव मिन्हास ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर अपना उल्लू सीधा कर लिया है। अब उसे जनता से कोई लेना-देना नहीं है।