Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 01:35 PM
गांव देहड़का के एक नौजवान गुरदीप सिंह उर्फ गोपी की हुई हत्या के बाद उसके कपूरथला के गांव चाचोवाली में मिले कंकाल की गुत्थी जगराओं पुलिस ने सुलझा ली है।
जगराओं(भंडारी) : गांव देहड़का के एक नौजवान गुरदीप सिंह उर्फ गोपी की हुई हत्या के बाद उसके कपूरथला के गांव चाचोवाली में मिले कंकाल की गुत्थी जगराओं पुलिस ने सुलझा ली है।
एस.एस.पी. सुरजीत सिंह ने पुलिस लाइन जगराओं में रखी प्रैस कांफ्रैंस में बताया कि इस कत्ल के 3 आरोपी लवदीश संधू, हरविन्द्र कुमार उर्फ पीता वासी महेड़ू तथा जतिन्द्र वासी गोहीर निकट नकोदर को गिरफ्तार करके उनसे हत्या में प्रयोग किए गए 2 टोके, एक मोटरसाइकिल, मृतक गुरप्रीत सिंह के 2 मोबाइल फोन, आधार कार्ड तथा 2 ए.टी.एम. कार्ड बरामद किए हैं।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जतिन्द्र गिल तथा लवदीश संधू की बहन गुरदीश कौर संधू लवली यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे। पिता का 2016 में देहांत होने के बाद जतिंद्र गिल ने पढ़ाई छोड़ दी। गुरदीश कौर ने 9 सितम्बर 2017 को जतिन्द्र गिल को व्हाट्सएप मैसेज कर उससे फोन पर बात करने के लिए कहा। गुरदीश कौर ने उसे बताया कि जगराओं का गुरप्रीत सिंह उसे बार-बार फोन करके उसकी अश्लील फोटो नैट तथा इंस्टाग्राम पर डालने की धमकी दे रहा है।
इसके बदले वह 5000 रुपए मांग रहा है। वह उसे रुपए देने लुधियाना गई थी । बस स्टैंड पर गुरप्रीत सिंह पैसे लेकर उसे किसी अज्ञात स्थान पर ले गया जहां उसने उससे जबरदस्ती रेप किया। थोड़े दिन बाद गुरप्रीत सिंह ने फिर से उससे 5 हजार की मांग की थी। इसी को लेकर उन्होंने उसे मौत के घाट उतारा है। पुलिस के मुताबिक गुरप्रीत बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी था। वह सोशल मीडिया पर जाली आई.डी. बनाकर लड़कियों को फंसाता और फिर उनकी अश्लील तस्वीरें बनाकर ब्लैकमेल करता था।