Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 10:41 AM
पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने के उद्देश्य से भारत के अनेक राज्यों में प्लास्टिक लिफाफों पर पूर्णतया पाबंदी लगाई गई है जिनमें पंजाब भी शामिल है परन्तु पंजाब में यह पाबंदी मात्र कागजों में ही है जबकि सरेआम प्लास्टिक बैग की सेल व प्रयोग हो रहा है। कहने को...
गढ़शंकर(शोरी): पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने के उद्देश्य से भारत के अनेक राज्यों में प्लास्टिक लिफाफों पर पूर्णतया पाबंदी लगाई गई है जिनमें पंजाब भी शामिल है परन्तु पंजाब में यह पाबंदी मात्र कागजों में ही है जबकि सरेआम प्लास्टिक बैग की सेल व प्रयोग हो रहा है। कहने को देश में स्वच्छ भारत मुहिम चल रही है परन्तु देश के हर छोटे-बड़े शहर में प्लास्टिक बैग कूड़े के ढेरों पर बड़ी तादाद में मिलते हैं।
प्लास्टिक के कारण पड़ रहा जीवनशैली पर प्रभावखुले में प्लास्टिक बैग कूड़े के ढेरों पर पड़े रहने से भोजन की तलाश में गौवंश, आवारा कुत्ते इन्हें निगल लेते हैं जिससे उनकी मृत्यु तक हो जाती है। बरसात के मौसम में प्लास्टिक लिफाफे, जो नाली-नालों में होते हैं, ड्रेन सिस्टम को ठप्प कर देते हैं जिससे पानी का बहाव ठप्प हो जाता है व निचले क्षेत्रों में पानी भर जाता है। खेतों में प्लास्टिक लिफाफे जब हवा से उड़ कर चल जाते हैं तो उपजाऊ जमीन को प्रभावित करते हैं।
नदियों में जब प्लास्टिक के लिफाफे बहते हैं तो ये पानी में रहने वाले जीवों के लिए खतरा बने रहते हैं साथ ही पानी के नीचे पैदा होने वाली वनस्पति को भी नुक्सान पहुंचाते हैं। प्लास्टिक से पैदा होने वाले कैमीकल स्टापरीन ट्रीयर व बिसफिनोल-ए से पेयजल दूषित हो रहा है। बिसफिनोल-ए कैमीकल से बच्चे पैदा करने की क्षमता जीवों में कम हो रही है।