Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 11:06 AM
फगवाड़ा सब-जेल से बेहद फिल्मी स्टाइल में फरार हुए 2 विचाराधीन कैदियों अमनदीप कुमार व राजविन्द्र कुमार कहां पर हैं, इसे लेकर 5 दिन बीत जाने के बाद भी रहस्य बरकरार है। ‘पंजाब केसरी’ द्वारा की गई तऌफ्तीश में अब यह बड़ा तथ्य खुलकर सामने आया है कि जेल...
फगवाड़ा (जलोटा): फगवाड़ा सब-जेल से बेहद फिल्मी स्टाइल में फरार हुए 2 विचाराधीन कैदियों अमनदीप कुमार व राजविन्द्र कुमार कहां पर हैं, इसे लेकर 5 दिन बीत जाने के बाद भी रहस्य बरकरार है। ‘पंजाब केसरी’ द्वारा की गई तऌफ्तीश में अब यह बड़ा तथ्य खुलकर सामने आया है कि जेल ब्रेक कांड में पुलिस की ओर से दर्ज किए गए पुलिस केस जिसमें 3 जेल पुलिस कर्मचारियों हवलदार मंगल सिंह, हवलदार हरपाल सिंह व हवलदार मंजीत सिंह को पुलिस थाना सिटी फगवाड़ा में पहले ही दिन उक्त केस में जमानत मिल गई थी।
पुलिस थाना सिटी के एस.एच.ओ. भारत मसीह लदड्ड ने कहा कि उक्त पुलिस कर्मचारियों पर बतौर आरोप जेल ब्रेक कांड में लगे थे, यह बेलेबल अपराध था। ऐसे में कानून के तहत इनकी जमानत मंजूर कर इनको गिरफ्तार करने के बाद रिहा कर दिया गया था। वहीं दूसरी ओर एस.पी. फगवाड़ा पी.एस. भंडाल ने कहा कि फगवाड़ा पुलिस की कई टीमें जेल से फरार हुए 2 कैदियों को ढूंढने में सक्रिय हैं, दोनों आरोपी जल्द ही पुलिस गिरफ्त में होंगे।
जेल प्रशासन की एक और बड़ी चूक आई सामने
इस दौरान फगवाड़ा सब-जेल प्रशासन की एक और बड़ी चूक खुलकर सामने आ गई है। सूत्रों के अनुसार जेल ब्रेक कांड के बाद फगवाड़ा सब-जेल के भीतर की वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसमें जेल के अंदर क्या हुआ और कैसे हुआ यह बताया जा रहा है।
अब यह अहम सवाल बना हुआ है कि जब जेल प्रशासन जेल ब्रेक कांड के बाद मौके से फरार हुए 2 कैदियों के मामले के कई तथ्यों को छुपाने के चक्कर में था तब जेल के अंदर कौन कब और किसकी आज्ञा से वहां घुसकर वीडियो आदि बना गया? यह अपने आप में बड़ा रहस्य बन गया है। सूत्र बताते हैं कि उक्त मामले की सारी सच्चाई अब जेल विभाग के शीर्ष अधिकारियों तक भी जा पहुंची है। बता दें कि जेल प्रशासन द्वारा जो पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज करवाई गई थी उसमें कई अहम तथ्यों को जेल अधिकारियों द्वारा गोल-मोल कर दिया गया था। यही व इससे संबंधित कई कारण बने हैं कि फगवाड़ा सब-जेल के एक बड़े अधिकारी को सस्पैंड किया गया है।