Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 08:02 AM
गत रात्रि से आज सुबह तक गहरी धुंध छाई रही व जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोगों ने आग व हीटरों का सहारा लिया। ठंड के कहर में गहरी धुंध छाने से सड़कों पर आवाजाही भी बुरी तरह प्रभावित हुई व वाहन चालकों को दिन के समय भी...
जलालाबाद (बंटी): गत रात्रि से आज सुबह तक गहरी धुंध छाई रही व जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोगों ने आग व हीटरों का सहारा लिया। ठंड के कहर में गहरी धुंध छाने से सड़कों पर आवाजाही भी बुरी तरह प्रभावित हुई व वाहन चालकों को दिन के समय भी लाइटें जला कर चलना पड़ा। ठंड से बेसहारा पशु भी ठिठुरते रहे। वहीं इससे मजदूर वर्ग की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
शहरवासियों का कहना है कि अगर इसी तरह ठंड जारी रही तो उनकी मुसीबतें और बढ़ सकती हैं। किसानों के अनुसार शीत लहर के साथ पड़ रही गहरी धुंध गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद है व गेहूं की फसल का झाड़ काफी अच्छा होने की संभावना है, लेकिन यह सब्जियों व हरे चारे के लिए नुक्सानदायक हो सकती है। ‘बजाज, गोयल’ के अनुसार स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां समाप्त होने के बाद जहां एक तरफ स्कूल शुरू हो गए हैं, वहीं इस इलाके में कड़ाके की ठंड का कहर भी बढ़ गया है। आज सुबह से ही धुंध छाने के साथ शीत लहर से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
ठंड के कहर से बचने के लिए लोगों को आग का सहारा लेना पड़ा। पशु भी ठंड से ठिठुरते रहे। धुंध छाने से सड़कों पर आवाजाही भी प्रभावित हुई व वाहन चालकों को वाहनों की लाइटें जलाकर सड़कों पर चलना पड़ा। ठंड का सबसे अधिक प्रभाव स्कूलों में पढऩे वाले मासूम बच्चों पर पड़ रहा है। किसानों नोता सिंह, बलजिंद्र सिंह, जोगिंद्र सिंह, रेशम सिंह, बलजीत सिंह, रेशम सिंह आदि ने बताया कि जितना अधिक कोहरा पड़ेगा, उतना ही अधिक गेहूं की फसल को फायदा होगा व इससे गेहूं का झाड़ भी बढ़ेगा। इसके चलते किसानों में खुशी पाई जा रही है।
स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि उनको अपने बच्चों को स्कूल छोडऩे में काफी दिक्कत पेश आ रही है, इसलिए ठंड के बढ़े प्रकोप को देखते हुए उन्होंने मांग की कि स्कूल लगने के समय में तबदीली की जाए या फिर कुछ दिन के लिए और छुट्टियां की जाएं, ताकि बच्चे ठंड से बच सकें। जलालाबाद का पारा पूरा दिन 7 डिग्री रहा।