Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 02:48 PM
पैराडाईज पेपर में नाम आने के मामले में पवित्तर सिंह उप्पल ने सफाई दी है। उप्पल ने कहा कि किसी भी कारोबारी की तरफ से विदेश में अपने नाम पर कंपनी खोलकर सरकार को इसकी जानकारी देना अपराध के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
लुधियानाः पैराडाईज पेपर में नाम आने के मामले में पवित्तर सिंह उप्पल ने सफाई दी है। उप्पल ने कहा कि किसी भी कारोबारी की तरफ से विदेश में अपने नाम पर कंपनी खोलकर सरकार को इसकी जानकारी देना अपराध के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।
प्रसिद्ध उद्योगपति रत्न टाटा ने भी देश के बाहर ब्रिटेन में कंपनियों की स्थापना की है। इस के साथ वह अपराधी नहीं हो जाते। उन्होंने कहा कि पैराडाईज पेपरों में कहीं भी मेरे नाम का जिक्र नहीं है। मीडिया में जारी रिपोर्टों में उन लोगों के नाम भी डाले गए हैं, जिनके नाम पैराडाईज पेपरों में नहीं हैं।
मीडिया ने इस मामले में बिना रिर्सच के गलत तरीके से ऐसे लोगों के नाम छाप दिए गए हैं, जिनका पैराडाईज पेपरों के साथ कोई संबंध नहीं है। नवंबर में जारी हुई पैराडाईज पेपर की पहली सूची में कहीं भी पवित्तर सिंह उप्पल का नाम नहीं है। न ही उन बड़ी हस्तियों का नाम है, जि के नाम मीडिया में रिपोर्ट में लिए जा रहे हैं।
पैराडाईज पेपर की पहली सूची में भारत के बिजनैसमैन में से विजय मालिया, बी.एन. रैड्डी, नीरा राडिया और अशोक सेठ के नाम मौजूद हैं। पालिटिक्स में वाई.एस.आर. रैड्डी, सचिन पायलट, जयंत सीना और रवीन्द्र किशोर सीना के नाम मौजूद हैं। इस लिस्ट में अमिताभ बच्चन का नाम नहीं है। पवित्तर सिंह ने कहा है कि उन के नाम को बिना वजह मीडिया में उछाला गया है, जबकि वह पारदर्शी तरीके साथ अपना व्यापार चला रहे हैं।