Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 08:31 AM
चीन के साथ व्यापारिक नजदीकियां बढऩे के चलते भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापारिक रिश्तों में लगातार खटास बढ़ती नजर आ रही है। अंतर्राष्ट्रीय रेल कार्गो व आई.सी.पी. अटारी बार्डर के जरिए पाकिस्तान जाने वाले भारतीय सामान को तो पाकिस्तान प्लांट कुरींटीन विभाग...
अमृतसर (नीरज): चीन के साथ व्यापारिक नजदीकियां बढऩे के चलते भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापारिक रिश्तों में लगातार खटास बढ़ती नजर आ रही है। अंतर्राष्ट्रीय रेल कार्गो व आई.सी.पी. अटारी बार्डर के जरिए पाकिस्तान जाने वाले भारतीय सामान को तो पाकिस्तान प्लांट कुरींटीन विभाग की आड़ में रोक ही रहा है, वहीं भारतीय खेमा भी कम नहीं है। अमृतसर में चल रहे पाइटैक्स 2017 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में शामिल होने के लिए भारत आने वाले 350 पाकिस्तानी व्यापारियों को एम.ई.ए. (मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स) की बेरुखी के कारण वीजा ही नहीं दिया गया है जिसके चलते पाकिस्तानी व्यापारी इस अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में शामिल नहीं हो पाए हैं।
पाइटैक्स 2017 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की बात करें तो पंजाब में पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार ने पी.एच.डी. चैंबर के सहयोग से इस मेले को प्रफुल्लित किया था और विशेष रूप से पाकिस्तानी व्यापारियों को आमंत्रित किया गया था जिसमें लाहौर चैंबर, कराची चैंबर ऑफ कॉमर्स, रावलपिंडी चैंबर आदि लगभग पाकिस्तान के सभी बड़े व्यापारिक चैंबरों के अध्यक्षों व सदस्यों को बुलाया जाता था ताकि दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत हों लेकिन इस बार पाकिस्तान का एक भी चैंबर इस अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में शामिल नहीं हो सका है।
यहां तक कि व्यापार मेले वाले स्थान से 40 कि.मी. दूर स्थित लाहौर चैंबर के व्यापारियों को भी वीजा नहीं मिला है। पी.एच.डी. चैंबर से आर.एस. सचदेवा ने बताया कि संस्था ने पाकिस्तान के 350 व्यापारियों के वीजा संबंधी सिफारिश की थी लेकिन विदेश मंत्रालय वीजा देने में खुश नजर नहीं आया। अमृतसर जैसे सीमावर्ती इलाके में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला आयोजित करने का लक्ष्य यही होता है कि इस सीमावर्ती इलाके में उद्योग-व्यापार प्रफुल्लित हो लेकिन पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश को ही एम.ई.ए. ने वीजा नहीं दिया है।