Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Dec, 2017 11:53 AM
अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग से कोई वस्तु, खासकर कार खरीदने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि जो कार आपने पसंद की है उसे लेने के चक्कर में आप भी ठगी का शिकार हो जाएं। होशियारपुर के एक नंबर वाली कार का जिस आदमी ने यह विज्ञापन वैबसाइट पर...
होशियारपुर(अमरेन्द्र): अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग से कोई वस्तु, खासकर कार खरीदने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि जो कार आपने पसंद की है उसे लेने के चक्कर में आप भी ठगी का शिकार हो जाएं। होशियारपुर के एक नंबर वाली कार का जिस आदमी ने यह विज्ञापन वैबसाइट पर लोड किया है वह इस कार की तस्वीरें दिखाकर लोगों से पैसे ठग चुका है।
यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब चौहाल निवासी अमरप्रीत सिंह ने कार लेने के लिए ओ.एल.एक्स. नाम की वैबसाइट पर कार का विज्ञापन देखा और वहां अंकित नंबर पर फोन करके बात की। इस दौरान दूसरी तरफ से बोलने वाले व्यक्ति ने उनसे यहां आकर कार दिखाने के नाम पर 3,000 रुपए अपने एकाऊंट में ट्रांसफर तो करवाए मगर बाद में न तो पैसे वापस किए और न ही कोई कार दिखाने आया।
अमरप्रीत सिंह का कहना है कि पता करने पर जानकारी मिली कि उक्त शातिर व्यक्ति पहले भी इस कार की तस्वीरें दिखाकर लोगों को ठग चुका है। अमरप्रीत सिंह ने बताया कि उन्होंने ओ.एल.एक्स. वैबसाइट पर स्विफ्ट डिजायर कार का विज्ञापन देखा था और उसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी। विज्ञापन में कार का मॉडल 2005 तथा कीमत 4 लाख रुपए दर्शाई गई थी। विज्ञापन देने वाले ने अपना नाम प्रदीप बताया था।
प्रदीप से बात करने पर उसने बताया था कि वह सेना में काम करता है और उसकी पोसिं्टग राजस्थान में है। प्रदीप ने कहा था कि अगर आप गाड़ी खरीदना चाहते हैं तो टोकन मनी के रूप में उसके मोबाइल नम्बर पर 5,000 रुपए पे-टीएम कर दें, क्योंकि उसका राजस्थान से आने-जाने का खर्च लगेगा। विज्ञापन देने वाले ने गाड़ी की तस्वीरें और आर.सी. की तस्वीरें भी व्हाट्सएप पर भेजी थीं।
अमरप्रीत ने कहा कि वह उसकी चालाकी को समझ न सका और मोलभाव करके विज्ञापन देने वाले के मोबाइल नंबर पर 4 दिसम्बर को उसने 3,000 रुपए पे-टीएम कर दिए। इसके बाद प्रदीप ने होशियारपुर आने का वायदा किया लेकिन आज तक नहीं आया, वहीं अब उसने मोबाइल भी स्विच-ऑफ कर लिया है। उसने बताया कि जब उसे ठगी का आभास हुआ तो उसने इस संबंधी एस.एस.पी. होशियारपुर को ई-मेल के माध्यम से शिकायत दी। अमरप्रीत ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए पुलिस से मांग की कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर उसके पैसे वापस दिलवाए जाएं।