Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 10:01 AM
नोटबंदी के एक साल बीत जाने के बाद आज भी लोगों को राहत की सांस नहीं मिली।
जुगियाल(शर्मा): नोटबंदी के एक साल बीत जाने के बाद आज भी लोगों को राहत की सांस नहीं मिली।
इस फैसले से आम जनता, व्यापारी वर्ग सहित हर वर्ग के लोगों को घाटा ही सहन करना पड़ रहा है। इसका आज भी असर उतना ही है, जितना एक साल पहले था, जिसका ताजा उदाहरण है, आजकल शादी-विवाह का सीजन चला रहा है जिसमें लोगों को नए नोटों की जरूरत पड़ती है, परन्तु नई करंसी बैंकों से प्राप्त नहींं हो रही।
अक्सर शादी-विवाह दौरान 10, 20, 50 और 100 के नोटों की नई करंसी की जरूरत रहती है, परंतु यह करंसी बैंकों में उपलब्ध न होने के चलते लोगों को दुकानों से ब्लैक में लेनी पड़ रही है, जिससे लोगों में भारी रोष है।