Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 10:37 AM
सरकारी अस्पताल में उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब एक गरीब परिवार की पुत्रवधू के देर रात पैदा हुए बच्चे की मौत हो गई जिससे भड़के बच्चे के परिजनों ने धनौला सिविल अस्पताल में धरना लगाकर अस्पताल व डाक्टरों के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी व मौत के...
बरनाला (ब्यूरो): सरकारी अस्पताल में उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब एक गरीब परिवार की पुत्रवधू के देर रात पैदा हुए बच्चे की मौत हो गई जिससे भड़के बच्चे के परिजनों ने धनौला सिविल अस्पताल में धरना लगाकर अस्पताल व डाक्टरों के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी व मौत के कारणों की जांच की मांग करते बच्चे की अंतिम रस्में करने से इंकार कर दिया।
नवजन्मे बच्चे के पिता गग्गू राम पुत्र भोला सिंह बाजीगर वासी दाना मंडी धनौला ने कहा कि 5 जनवरी करीब 11 बजे हम बलजीत कौर(पत्नी) को चैकअप करवाने के लिए सरकारी अस्पताल में लाए जहां डाक्टरों ने उसे दाखिल करवाने व अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए कहा, जो हमने करवाकर दे दिया व शाम को बलजीत कौर को लेबर रूम में ले गए परंतु उस समय उसको कोई प्रसव पीड़ा नहीं उठी थी। डाक्टर ने एक स्टाफ नर्स व 2 सफाई सेवकों की मदद से मेरी पत्नी की डिलीवरी करवाकर हमें बच्चे को कपड़े में लपेटकर पकड़ा दिया और कहा कि बरनाला चैकअप करवाकर लाओ।
जब हम बरनाला सिविल अस्पताल गए तो वहां डाक्टरों ने बच्चे को मृत करार दे दिया। गग्गू राम,भरपूर कौर,बलजीत कौर, बीरपाल कौर ने कहा कि बच्चा जो लड़का था, की मौत डाक्टरों की लापरवाही से हुई, जिसकी हम उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।
बच्चे ने नहीं ली सांस : डाक्टर
डिलीवरी करवाने वाली डाक्टर का कहना है कि हमने अपने द्वारा डिलीवरी समय हर संभव यत्न किया परंतु बच्चा जन्म लेने उपरांत रोया नहीं व न ही उसने सांस ली। जिसकी सांस चालू करवाने के लिए हमने बहुत कोशिश की। इस मौके पर पहुंचे थाना मुखी मलकीत सिंह चीमां ने भड़के बच्चे के परिजनों को कहा कि जिस तरह आपकी तस्सली होती है हम आपके साथ हैं। यदि पोस्टमार्टम करवाना है तो हमारा थानेदार आपके साथ जाएगा। खबर लिखे जाने तक धरना जारी था, बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए बरनाला भेजा जा रहा था।
क्या कहना है एस.एम.ओ. का
एस.एम.ओ. रिपजीत कौर से बात करने पर उन्होंने कहा कि मैं छुट्टी पर हूं फिर भी मैं पता करके बताती हूं कि सारा मामला क्या है।