Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 01:01 PM
हर रोज हमें बैंक द्वारा, सरकार द्वारा व आर.बी.आई. द्वारा सचेत किया जाता है कि अपना निजी पासवर्ड, ओ.टी.पी. व क्रैडिट-डैबिट कार्ड का नंबर किसी को न दें। इस संदेश द्वारा बहुत से लोग जागरूक भी हुए हैं, पर कुछ लोग अभी भी इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि...
अबोहर(रहेजा): हर रोज हमें बैंक द्वारा, सरकार द्वारा व आर.बी.आई. द्वारा सचेत किया जाता है कि अपना निजी पासवर्ड, ओ.टी.पी. व क्रैडिट-डैबिट कार्ड का नंबर किसी को न दें। इस संदेश द्वारा बहुत से लोग जागरूक भी हुए हैं, पर कुछ लोग अभी भी इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि किसे पासवर्ड देना है और किसे नहीं।
इन सबसे हट कर अबोहर में खाते से पैसे निकाल कर ठगी मारने का एक नया मामला सामने आया है। उपभोक्ता को न तो किसी व्यक्ति की तरफ से कॉल आई, न ही उससे कोई क्रैडिट-डैबिट कार्ड का पिन पूछा गया और यहां तक कि न ही कोई ओ.टी.पी. पूछा गया। बस एक मैसेज पर क्लिक करते ही उपभोक्ता के खाते से हजारों रुपए 5 मिनट में निकाल लिए।
जानकारी देते हुए गली नंबर 4, सर्कुलर रोड निवासी उदित पेड़ीवाल पुत्र जगत पेड़ीवाल ने बताया कि उसे 20 सितम्बर 2017 की रात करीब 9.30 बजे एक मैसेज आया था। मैसेज में एक लिंक दिया गया था। उसने उस लिंक पर क्लिक किया था। उसके 1 मिनट बाद उसके नंबर पर आई.सी.आई.सी.आई. बैंक से उसके खाते से पैसे निकलने के मैसेज आने लगे। उसे 5 मिनट तक बैंक द्वारा मैसेज आते रहे और 5 मिनट में उसके सेविंग खाते में पड़े 29 हजार रुपए निकाल लिए गए।
उदित पेड़ीवाल ने बताया कि अगली सुबह जब वह आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में इस संबंधी शिकायत करने गया तो बैंक अधिकारियों ने उसे यह बात कही कि पैसे ट्रांसफर आपकी तरफ से हुए हैं, जबकि उदित पेड़ीवाल ने बताया कि उसने तो कोई ट्रांजैक्शन की ही नहीं। बैंक अधिकारियों ने बताया कि वैबसाइट पी.यू. मनी से 7 और आई.बी.बी. से 3 ट्रांजैक्शन हुई हैं।
इस संबंध में जब उदित ने बैंक अधिकारियों को बताया कि ऐसा कैसे हो सकता है न तो मैंने कोई पासवर्ड बताया, न डैबिट-क्रैडिट कार्ड का नंबर बताया, यहां तक कि ट्रांजैक्शन से पहले हर उपभोक्ता के नंबर पर बैंक द्वारा एक ओ.टी.पी. नंबर भेजा जाता है वह भी उसे नहीं आया। बैंक अधिकारियों ने उदित की कोई बात न सुनते हुए उसी की गलती बताई। उदित ने रोष जताते हुए कहा कि उसके खाते में 29 हजार रुपए ही पड़े थे। यदि उसके खाते में ज्यादा धनराशि होती तो उसे बहुत बड़ा नुक्सान उठाना पड़ता।