Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 02:56 PM
फाजिल्का सदर पुलिस के अंतर्गत पड़ती मंडी लाधूका पुलिस चौकी द्वारा मंडी के कालड़ा परिवार पर दर्ज किए गए मुकद्दमे के संदर्भ में आज पीड़ित परिवार ने जिला उपायुक्त ईशा कालिया से मुलाकात कर उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व पंजाब के मुख्यमंत्री कै....
जलालाबाद(गुलशन): फाजिल्का सदर पुलिस के अंतर्गत पड़ती मंडी लाधूका पुलिस चौकी द्वारा मंडी के कालड़ा परिवार पर दर्ज किए गए मुकद्दमे के संदर्भ में आज पीड़ित परिवार ने जिला उपायुक्त ईशा कालिया से मुलाकात कर उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के नाम एक मांग पत्र सौंपकर उन पर दर्ज फर्जी मुकद्दमे की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने की मांग उठाई।
पीड़ित परिवार शुरू से ही इस मुकद्दमे को फर्जी बताकर पुलिस प्रशासन के कामकाज पर सवाल उठाता आ रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय तक मामला पहुंचने के बाद आज पी.एम. व सी.एम. को भेजे मांग पत्र में पीड़ित गोङ्क्षबद रानी ने बताया कि फाजिल्का के गांव बहक हस्तां (नूरसमंद) निवासी राजिन्द्र कुमार पुत्र ओम प्रकाशजोकि उसका सहपाठी था, उसे शादी का झांसा देकर जबरन उसके साथ कई वर्षों तक दुराचार करता रहा। बाद में शादी करने से मना करने के चलते उसके द्वारा राजिन्द्र कुमार के विरुद्ध चंडीगढ़ में दुराचार करने के आरोप के तहत प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी। मुकद्दमा दर्ज होने के बाद जेल में रहने के चलते राजिन्द्र कुमार को सजा से बचाने के लिए उसके परिवार ने उन दोनों की शादी कर दी। इसी बात का बदला लेने के लिए उसके पति राजिन्द्र कुमार व उसका परिवार उसके व उसके परिवार के साथ रंजिश रखने लगे व उसे लगातार तलाक देने के लिए धमकियां दी जाने लगीं क्योंकि उसका ससुराल परिवार अच्छी राजनीतिक पहुंच रखता है।
बीती 10 जुलाई को उसके पति राजिन्द्र कुमार ने पुलिस की मिलीभगत से अपने बाएं हाथ की उंगली को तोड़कर खुद को चोटिल कर लिया व उंगली में फ्रैक्चर के चलते उसके व उसे परिवार के विरुद्ध मंडी लाधूका पुलिस चौकी में लड़ाई-झगड़े के तहत धारा 323, 324, 326 के तहत फर्जी मुकद्दमा दर्ज करवा दिया। पीड़ित युवती ने मांग पत्र में बताया कि पुलिस प्रशासन के अधिकारी जिन्हें सरकार ने जनता की सेवा के लिए नियुक्त किया है, राजनेताओं के दबाव में आकर उस पर दर्ज प्राथमिकी रद्द करने के बदले अपने पति को तलाक देने के लिए दबाव बना रहे हैं व फाजिल्का पुलिस उसके पति व ससुरालियों के साथ मिलकर उसे मानसिक तौर पर प्रताडि़त कर रही है। पीड़ित युवती ने प्रधानमंत्री कार्यालय व मुख्यमंत्री कार्यालय से इस मामले में हस्ताक्षेप कर उन्हें इंसाफ दिलाए जाने की अपील की है। मांग पत्र लेने के बाद जिला उपायुक्त ईशा कालिया ने बताया कि पीड़ित परिवार की शिकायत पर मांग पत्र लेने के बाद मामले में फाजिल्का के एस.एस.पी. को मुकद्दमे की जांच करके रिपोर्ट देने के निर्देश जारी किए गए हैं।