Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Dec, 2017 01:39 PM
वर्ष 2016 में लूट की घटना के शिकार व हमले से घायल हुए जिला स्तरीय सिविल अस्पताल के मैडीसिन स्पैशलिस्ट चिकित्सक डा. रामेन्द्र शर्मा अभी भी सामान्य नहीं हो सके हैं। पिछले कुछ हफ्तों से घटना के समय आई चोटों के कारण शारीरिक व दिमागी तौर पर वह कुछ...
मोगा(संदीप): वर्ष 2016 में लूट की घटना के शिकार व हमले से घायल हुए जिला स्तरीय सिविल अस्पताल के मैडीसिन स्पैशलिस्ट चिकित्सक डा. रामेन्द्र शर्मा अभी भी सामान्य नहीं हो सके हैं। पिछले कुछ हफ्तों से घटना के समय आई चोटों के कारण शारीरिक व दिमागी तौर पर वह कुछ परेशानी से जूझ रहे थे।
इसके चलते उन्होंने 10 दिन की मैडीकल छुट्टी ली है। डा. शर्मा की छुट्टियां मरीजों पर भारी पड़ रही हैं यानी लोगों को इलाज करवाने में भारी दिक्कत आ रही है। इन हालातों में उनकी जगह कोई दूसरा मैडीसिन स्पैशलिस्ट अस्पताल में न होने के कारण यहां की ओ.पी.डी., एमरजैंसी वार्ड व मैडीकल वार्ड में दाखिल गंभीर बीमारियों का शिकार मरीजों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
यही नहीं जिले के आॢथक तौर पर कमजोर गुर्दों की बीमारी से पीड़ित मरीजों का भी डायलिसिस सैंटर में डायलिसिस उनकी गैर-हाजिरी में नहीं हो पाएगा। वहीं डायलिसिस सैंटर में आने वाले मरीजों की मजबूरी को देखते हुए एस.एम.ओ. डा. राजेश अत्तरी ने जल्द ही दूसरे डाक्टर की देखरेख में सैंटर में आने वाले मरीजों के डायलिसिस का प्रबंध करने की बात कही है।
रोजाना ओ.पी.डी. में आते हैं 150 से 200 मरीज
गौरतलब है कि जिले के विभिन्न कस्बों व दूर-दराज के गांवों से जिला स्तरीय अस्पताल में तैनात मैडीसिन स्पैशलिस्ट के पास रोजाना 150 से 200 मरीज अपना उपचार करवाने आते हैं।वहीं सर्दी बढऩे के चलते एमरजैंसी वार्ड में भी सांस, दिल, लीवर व फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित मरीज भी यहां पहुंचते हैं, जिनका उपचार इसी चिकित्सक के निर्देशों पर किया जाता है। इनमें से गंभीर मैडीकल वार्ड में दाखिल मरीजों का इलाज भी मैडीसिन स्पैशलिस्ट की ओर से किया जाता है। डाक्टर के छुट्टी पर होने के चलते अब इन्हें मजबूरीवश मैडीकल कालेज फरीदकोट या डी.एम.सी. लुधियाना रैफर करना पड़ रहा है।
विभाग को समस्याओं से अवगत करवाया गया है : डा. अत्तरी
सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. डा. राजेश अत्तरी ने ‘पंजाब केसरी’ से विशेष बातचीत में बताया कि मैडीसिन स्पैशलिस्ट डा. रामेन्द्र शर्मा के छुट्टी पर जाने के चलते अस्पताल में डाक्टर न होने से पेश आने वाली समस्याओं से विभाग को अवगत करवाकर तुरंत दूसरे चिकित्सक का प्रबंध करने की अपील की है। डायलिसिस सैंटर में गुर्दों की बीमारी से पीड़ितों का डायलिसिस करने के लिए डा. गगनदीप सिंह की ड्यूटी लगा दी गई है ताकि मरीजों की परेशानी कम की जा सके।