Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 08:20 AM
डस्ट्रीयल एरिया-ए में प्लास्टिक का लिफाफा बनाने वाली मलबे में तबदील हुई 6 मंजिला बिल्डिंग का एक हिस्सा राहत कार्य में जुटी टीम के लिए दहशत का सबब बना हुआ है क्योंकि आगजनी की घटना के 4 दिनों बाद भी इस हिस्से में पड़े मलबे से लगातार आग की लपटें निकल...
लुधियाना(ऋषि): इंडस्ट्रीयल एरिया-ए में प्लास्टिक का लिफाफा बनाने वाली मलबे में तबदील हुई 6 मंजिला बिल्डिंग का एक हिस्सा राहत कार्य में जुटी टीम के लिए दहशत का सबब बना हुआ है क्योंकि आगजनी की घटना के 4 दिनों बाद भी इस हिस्से में पड़े मलबे से लगातार आग की लपटें निकल रही हैं। बचाव कार्यों में जुटी टीम के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि फैक्टरी के स्टोर रूम में लगभग 150 ड्रम कैमीकल दबा हो सकता है जिसके चलते 4 दिन बीतने के बाद भी आग नहीं बुझ पाई है।
आलम तो यह है कि फायरब्रिगेड के कर्मचारी समय-समय पर इस आग को बुझाने के लिए पानी की बौछार तो कर रहे हैं लेकिन कुछ समय थमने के बाद यहां फिर आग लग रही है। वहीं दूसरी तरफ आज राहत टीमों ने काफी मलबा उठाकर फैक्टरी के एक हिस्से में दबे लोगों को ढूंढने का काम जारी रखा लेकिन देर शाम तक कोई सफलता हासिल नहीं हुई। टीमों के आगे मलबे के रूप में पड़ा हुआ भारी मात्रा में सरिया रुकावटें पैदा कर रहा है। इसके लिए एन.डी.आर.एफ. और एस.डी.आर.एफ. के जवानों का अधिकतर समय सरिए को काटने पर ही निकल रहा है।
इसके लिए वे गैस कटर और अन्य उपकरण प्रयोग कर रहे थे। वहीं दूसरी तरफ थाना डिवीजन नं. 2 की पुलिस ने फैक्टरी मालिक इंद्रजीत सिंह गोला को अदालत में पेश किया, जहां उसका एक दिन का रिमांड हासिल हुआ है। पुलिस के अनुसार केस की जांच शुरू कर दी गई है और पता लगाया जा रहा है कि फैक्टरी के अंदर कितने प्रकार के कैमीकल पड़े हैं। उन्हें रखने के लिए किसी विभाग से आज्ञा ली गई थी या नहीं।
शाम 5 बजे चलाया सर्च
चौथे दिन भी तीनों फायरकर्मियों के रिश्तेदार उनके बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं। वीरवार शाम लगभग 5 बजे कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद बचाव कार्य की टीम को एक हिस्सा नजर आया, जहां उन्हें उम्मीद थी कि दबे हुए लोगों के बारे में कुछ पता लग सकता है। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने टॉर्च के माध्यम से सर्च की लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला।
घटनास्थल पर पहुंचे डाबर ने निगम कमिश्नर से की फोन पर बात
वीरवार को हलका विधायक सुरिंद्र डाबर घटनास्थल पर फिर से पहुंचे और बचाव कार्य में जुटी टीमों से काम का जायजा लिया जिसके बाद अधिकारियों ने एक पोकलेन मशीन और मंगवाए जाने की बात कही ताकि काम की गति बढ़ाई जा सके जिस पर उन्होंने तुरंत निगम कमिश्नर को फोन कर जल्द मशीन भेजने को कहा।
लोगों का लगा रहा जमावड़ा, आग बुझाने में उपयोग किए रास्ते को किया जा रहा साफ
घटनास्थल पर आज लगातार चौथे दिन भी लोगों का जमावड़ा लगा रहा। बचाव कार्य में जुटी टीम के अधिकारियों ने बताया कि फायर कर्मियों द्वारा घटना वाले दिन आग बुझाने के लिए उपयोग किए गए रास्ते को ही सबसे पहले साफ किया जा रहा है ताकि दबे हुए लोगों को सबसे पहले बाहर निकाला जा सके और मलबा बाद में उठाया जाएगा। मलबे में फैक्टरी के अंदर से करोड़ों की मशीनरी कबाड़ के रूप में बाहर आ रही है।