Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 08:20 AM
शहर शनिवार व रविवार की सुबह तक घनी धुंध की चादर में लिपटा रहा, जिससे वाहनों की गति पर ब्रेक लग गई तथा सारा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। वहीं मोगा से फिरोजपुर तथा लुधियाना जाने वाली पेसैंजर गाडिय़ां भी अपने निर्धारित समय से 20 से 25 मिनट की देरी से...
मोगा (ग्रोवर): शहर शनिवार व रविवार की सुबह तक घनी धुंध की चादर में लिपटा रहा, जिससे वाहनों की गति पर ब्रेक लग गई तथा सारा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। वहीं मोगा से फिरोजपुर तथा लुधियाना जाने वाली पेसैंजर गाडिय़ां भी अपने निर्धारित समय से 20 से 25 मिनट की देरी से चलीं, जिस कारण रेलगाडिय़ों पर यात्रा करने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। घनी धुंध इतनी थी कि कम से कम 20 मीटर के आगे तक कोई भी दिखाई नहीं दे रहा था। वाहन चालक भी अपनी गाडिय़ों की हैड लाइटें तथा डिप्पर की सहायता से चल रहे थे। कामकाज वाले लोग भी फ्री बैठे नजर आए तथा शाम होते ही अपने घरों को लौटने को मजबूर हुए।
रविवार की दोपहर डेढ़ बजे सूर्य देवता के दर्शन होने के कारण लोगों ने कुछ पल के लिए धूप का नजारा लिया, लेकिन दिन समय चल रही ठंडी हवाओं के कारण लोग घरों में ही परिवारों के साथ समय व्यतीत करने को मजबूर देखे गए। स्थानीय मोगा रेलवे स्टेशन पर भी लोगों को रेलगाडिय़ों का इंतजार सर्दी के मौसम में करना पड़ रहा है। रेलगाडिय़ां भी अपने समय से देरी से चल रही हैं। रेलवे विभाग के सूत्रों अनुसार मोगा रेलवे स्टेशन से लंबी दूरी से आने वाली 2-3 गाडिय़ों को भी रद्द कर दिया गया है।