Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jan, 2018 12:40 PM
कमिश्नरेट पुलिस द्वारा चाइना डोर की स्टोरेज, बिक्री व खरीदारी पर लगाए प्रतिबंध के बावजूद महानगर में लोहड़ी पर हुई पतंगबाजी के दौरान जमकर चाइना डोर का उपयोग हुआ, जिस कारण इंसानों व परिंदों की जान न सिर्फ जोखिम में पड़ी रही, बल्कि प्लास्टिक डोर से कई...
लुधियाना(पंकज/कंवलजीत): कमिश्नरेट पुलिस द्वारा चाइना डोर की स्टोरेज, बिक्री व खरीदारी पर लगाए प्रतिबंध के बावजूद महानगर में लोहड़ी पर हुई पतंगबाजी के दौरान जमकर चाइना डोर का उपयोग हुआ, जिस कारण इंसानों व परिंदों की जान न सिर्फ जोखिम में पड़ी रही, बल्कि प्लास्टिक डोर से कई इलाकों में बिजली ट्रांसफार्मरों को भी खासा नुक्सान हुआ है।
इसमें कोई दोराय नहीं है कि सरकार पुलिस व समाजसेवी संस्थाओं द्वारा खूनी डोर के नाम से जानी जाती चाइना डोर के खिलाफ शुरू की गई मुहिम का पतंगबाजों पर असर हुआ परंतु धागे की डोर खरीदकर पतंगबाजी करने वालों को भारी तादाद में प्लास्टिक डोर का उपयोग करने वालों से शॄमदा होना पड़ा। पुलिस द्वारा की सख्ती के बावजूद शहर में लाखों गट्टू प्लास्टिक डोर की बिक्री हुई और दुकानदारों ने उल्टा सख्ती का जमकर आॢथक फायदा उठाते हुए तय दामों से 3 गुणा अधिक ग्राहकों से वसूलकर मोटी कमाई की।
प्लास्टिक डोर के कारण जगराओं पुल, ढोलेवाल फ्लाईओवर सहित अन्य सड़कों से गुजरने वाले दर्जनों टू-व्हीलर चालक इसका शिकार हुए। आसानी से न टूटने वाली इस डोर के कारण कई इलाकों में ट्रांसफार्मर खराब होने की भी खबर है, जिन्हें पुन: ठीक करने में छुट्टी वाले दिन भी बिजली कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
चाइना डोर निर्माण पर सरकार लगाए प्रतिबंध
एडवोकेट संजीव मल्होत्रा, रजनीश गुप्ता, चरणजीत चन्नी ने सरकार से कहा कि डोर की स्टोरेज, खरीदने व पतंगबाजी करने वालों को रोकने की जगह इसको तैयार करने वाली फैक्टरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अगर होगी, तभी इसका उपयोग बंद होगा अन्यथा पुलिस व समाजसेवियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों का विपरीत प्रभाव पड़ेगा और इसके दाम कई गुणा बढ़ा दिए जाएंगे।