Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 05:41 PM
अमृतसर वाघा बाईपास पर स्थित मैरीटोरियस स्कूल में पढऩे वाली जैसमीन निवासी जौहल जालंधर को आज स्थानीय निजी अस्पताल से कोमा में ही जालंधर के एक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। 6 दिनों से जैसमीन की हालत में कोई भी सुधार नहीं आ रहा था, जिस कारण उसके परिवार...
अमृतसर(संजीव): अमृतसर वाघा बाईपास पर स्थित मैरीटोरियस स्कूल में पढऩे वाली जैसमीन निवासी जौहल जालंधर को आज स्थानीय निजी अस्पताल से कोमा में ही जालंधर के एक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। 6 दिनों से जैसमीन की हालत में कोई भी सुधार नहीं आ रहा था, जिस कारण उसके परिवार वालों ने गत दिवस उसे अपने साथ जालंधर ले गए। जैसमीन द्वारा क्यों आत्महत्या का प्रयास किया गया, इस बारे में पुलिस अभी तक न तो कोई भी कारण ढूंढ पाई है और न ही कोई सुराग हाथ लगा है।
ज्ञात रहे 10 जनवरी को जैसमीन मैरीटोरियस स्कूल में स्थित अपने होस्टल के कमरे में सुबह पंखे के साथ झूलती हुई मिली थी, जिसे देखते ही स्कूल प्रबंधन पंखे से उतार तुरंत उसे गुरु नानक देव अस्पताल
ले गया था, जहां उपचार के इंतजाम न होने के कारण उसे स्थानीय अमनदीप अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पिछले 6 दिन से जैसमीन वैंटीलेटर पर थी और उसकी हालत में कुछ भी सुधार नहीं हो पा रहा था। जैसमीन का उपचार करने वाले डाक्टर का कहना है कि जैसमीन की बॉडी कुछ भी रिस्पॉन्ड नहीं कर रही जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जैसमीन की बाजू पर लिखा हुआ है किसी का नाम
जैसमीन की बाजू पर किसी का नाम लिखा हुआ है जिसकी पुष्टि तो पुलिस ने की है, मगर पुलिस का यह भी कहना है कि नाम ठीक से पढ़ा नहीं जा रहा। जैसमीन के कमरे से पुलिस को आत्महत्या के प्रयास करने के कोई भी सुराग नहीं मिल पाए, अब पुलिस के पास उसकी बाजू पर लिखा गया नाम ही एकमात्र सुराग है। एक तरफ जैसमीन कोमा में है और दूसरी ओर उसकी बाजू पर लिखा गया नाम अगर ठीक से पुलिस निकाल पाती है तो हो सकता है कि इस मामले की गुत्थी सुलझ सके।
क्या कहना है स्कूल प्रिंसीपल का?
स्कूल के प्रिंसीपल आर.सी. पटियाल का कहना है कि जैसमीन के मामले में पुलिस जांच कर रही है, जिनकी जांच उपरांत ही जैसमीन द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने के कारण स्पष्ट हो सकेंगे। आज उनके परिवार वाले जैसमीन को जालंधर के एक अस्पताल में ले गए हैं और स्कूल प्रबंधन द्वारा स्थानीय अस्पताल के उपचार का बिल दिया गया है।
क्या कहना है पुलिस का?
थाना कैंटोनमैंट के इंचार्ज इंस्पैक्टर प्रवेश चोपड़ा का कहना है कि अभी तक पुलिस जैसमीन द्वारा की गई आत्महत्या के प्रयास संबंधी कोई भी सुराग नहीं निकाल पाई है, जबकि पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए बारीकी से जांच कर रही है। जैसमीन की बाजू पर लिखे किसी नाम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वह ठीक से पढ़ा नहीं जा रहा है।