Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 11:11 AM
भारत और पाकिस्तान के बीच अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिशतों में आई खटास और दरार का असर अब दोनों देशों के बीच रेलवे के माध्यम से होने वाले व्यापार पर दिखाई देने लगा है। लंबे अर्से से दोनों देशों के रेलवे अधिकारियों के बीच बातचीत क्रिकेट की तरह बंद है।...
फिरोजपुर(आनंद): भारत और पाकिस्तान के बीच अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिशतों में आई खटास और दरार का असर अब दोनों देशों के बीच रेलवे के माध्यम से होने वाले व्यापार पर दिखाई देने लगा है। लंबे अर्से से दोनों देशों के रेलवे अधिकारियों के बीच बातचीत क्रिकेट की तरह बंद है। भारत और पाकिस्तान के रेलवे अधिकारियों के बीच बातचीत रेलवे के मुद्दों को लेकर भी नहीं हो पाई है।
हालांकि अगर व्यापार के आंकड़ों की बात की जाए तो सितम्बर 2016 से लेकर दिसम्बर 16 तक पाकिस्तान से आने वाले चीजों की बदौलत भारतीय रेलवे की ओर से कुल 1,82,699 रुपयों का ही कारोबार किया गया जबकि आयात का आंकड़ा इन 4 महीनों में थोड़ा ज्यादा रहा क्योंकि भारत से पाकिस्तान भेजी जाने वाली चीजों की बदौलत रेलवे की ओर से कुल 48,18,482 रुपयों का कारोबार किया गया। इसके अलावा अगर वर्ष 2017 के अलग-अलग महीनों की बात की जाए तो आयात से भारतीय रेलवे ने जनवरी में 16,699 रुपयों, फरवरी में 26,540, मार्च में 36,434, अप्रैल मेंं 74,785, जून में 30,307, जुलाई में 38,460, अगस्त में 15,095, सितम्बर में 15,095, अक्तूबर में 26,620 तथा नवम्बर मेंं 44,209 रुपयों का कारोबार किया गया जबकि देश से पाकिस्तान को किए गए निर्यात का आंकड़ा भी इस मामले में काफी ज्यादा रहा क्योंकि जनवरी में 13,96,620 रुपयों, फरवरी में 13,52,125, मार्च में 19,52,375, अप्रैल में 17,42,380, मई में 15,11,280, जून में 12,70,195, जुलाई में 9,05,030, अगस्त में 12,86,635, अक्तूबर में 11,70,440, नवम्बर में 11,48,420 रुपयों का कारोबार किया गया। जानकारों का यह कहना है कि दोनों देशों के बीच सही हालात होने की स्थिति में व्यापार की बदौलत होने वाली कमाई का आंकड़ा बहुत ज्यादा रहता है।
क्या कहते हैं फिरोजपुर मंडल के डिवीजनल रेलवे मैनेजर
इस संबंधी फिरोजपुर मंडल के डिवीजनल रेलवे मैनेजर विवेक कुमार का कहना है कि दोनों देशों के रेलवे अधिकारियों के बीच कई सालों से बातचीत नहीं हो पाई है लेकिन जो आदेश रेल मंत्रालय की ओर से आते हैं उनकी पालना की जाती है लेकिन दोनों देशों के बीच अनिवार्य चीजों का व्यापार रेलवे के माध्यम से चल रहा है।