Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 09:56 AM
जिला पठानकोट में अवैध माइङ्क्षनग का गोरखधंधा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है जबकि पंजाब सरकार ने राज्य की सत्ता संभालने उपरांत सबसे पहला कार्य पूरे पंजाब में माइङ्क्षनग पर रोक लगाने का किया मगर इसके बावजूद जिला पठानकोट अधीन कई क्षेत्रों में माइनिंग...
पठानकोट(कंवल): जिला पठानकोट में अवैध माइङ्क्षनग का गोरखधंधा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है जबकि पंजाब सरकार ने राज्य की सत्ता संभालने उपरांत सबसे पहला कार्य पूरे पंजाब में माइङ्क्षनग पर रोक लगाने का किया मगर इसके बावजूद जिला पठानकोट अधीन कई क्षेत्रों में माइनिंग माफिया के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
अब हालात यह हैं कि माइनिंग माफिया सरेआम माइनिंग विभाग की आंखों में धूल झोंक कर अपनी ‘चांदी कूटने’ में लगे हुए हैं। यह अवैध माइनिंग का गोरखधंधा इसलिए चल रहा है क्योंकि माफिया को पता है कि वह चाहे दिन-रात अवैध माइनिंग करें, उन पर कोई कड़ी कार्रवाई होने वाली नहीं है।
अवैध रूप से माइनिंग करने वाले हुए रफूचक्कर
आम लोगों का कहना है कि इन पर कार्रवाई न होने का कारण यह है कि शायद इनके तार किसी न किसी तरह विभाग के भीतर या फिर राजसी छत्रछाया से जुड़े हो सकते हैं। अक्सर ऐसा भी कई बार देखने को सामने आया है कि जब भी मीडिया की ओर से अवैध माइङ्क्षनग कर रहे माफिया को अपने कैमरे में कैद कर माइङ्क्षनग विभाग को इस संबंधी बताया जाता है तो उनकी टीम के पहुंचने से पहले ही यह लोग अपनी मशीनें लेकर भाग जाते हैं।
मीरथल से घरोटा मार्ग पर पुल से कुछ दूरी पर सरेआम माइनिंग माफिया के बड़े हौसलों का प्रदर्शन देखने को तब मिला जब बिना किसी खौफ के अवैध माइनिंग के लिए पोकलेन मशीनों का उपयोग किया जा रहा था। जब मीडिया ने इसे अपने कैमरे में कैद कर इसकी जानकारी माइनिंग विभाग पठानकोट को दी तो इससेपहले कि विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर पहुंचता, अवैध रूप से माइङ्क्षनग करते लोगों में अफरा-तफरी मच गई और वह वहां से रफूचक्कर हो गए।