Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 12:50 PM
‘पंचां दा किहा सिर मत्थे, परनाला उत्थे दा उत्थे’ वाली कहावत फतेहगढ़ चूडिय़ां के पुराने बस स्टैंड एवं शहर के बाजारों में दुकानदारों पर पूरी तरह से इस समय फिट बैठ रही है।
बटाला(बेरी): ‘पंचां दा किहा सिर मत्थे, परनाला उत्थे दा उत्थे’ वाली कहावत फतेहगढ़ चूडिय़ां के पुराने बस स्टैंड एवं शहर के बाजारों में दुकानदारों पर पूरी तरह से इस समय फिट बैठ रही है। जहां प्रशासन द्वारा ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से दुकानदारों द्वारा अपना सामान बढ़ा कर सड़कों के दोनों तरफ किए अवैध कब्जों को हटाए अभी कुछ ही दिन बीते थे कि दुकानदारों ने फिर अपना सामान सड़क की तरफ बढ़ाते हुए अवैध कब्जों को फिर बरकरार कर लिया है और प्रशासन को बता दिया है कि प्रशासन चाहे कितनी बार भी अवैध कब्जे हटाने की मुहिम चला ले, वे अपना कारोबार ऐसे ही चलाएंगे।
कहां-कहां हैं अवैध कब्जे?
पुराना बस स्टैंड फतेहगढ़ चूडिय़ां, मेन बाजार, मजीठा रोड को जाती सड़क आदि पर।
लोगों की डी.एस.पी. से मांग
स्थानीय लोगों ने डी.एस.पी. फतेहगढ़ चूडिय़ां रविन्द्र शर्मा से मांग की है कि शहर के अलग-अलग स्थानों पर हुए अवैध कब्जों को तुरंत हटाकर शहर फतेहगढ़ चूडिय़ां के लोगों ईलाका वासियों व आम राहगीरों को राहत दी जाए।
अवैध कब्जे ट्रैफिक समस्या कर रहे हैं पैदा
अगर कस्बा फतेहगढ़ चूडिया के बाजारों एवं बस स्टैंड की बात करें तो यहां का भगवान ही रक्षक है और यहां दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे 3-3 फुट कब्जा कर सामान रखा हुआ है जो ट्रैफिक समस्याओं को पैदा करने में अहम रोल अदा कर रहा है। साथ ही यहां से गुजरते समय दोपहिया व चौपहिया वाहन चालकों को भारी मुश्किलें पेश आती हैं जिससे लोग अक्सर एक-दूसरे को कोसते भी कई बार देखे जा चुके हैं। और तो और ये अवैध कब्जों को चाहे प्रशासन ने कई बार हटाया है परंतु दुकानदारों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती और वे ऐसा करने से सुधर भी नहीं रहे हैं जिस कारण स्थानीय लोगों में इस प्रति भारी रोष देखने को निरंतर मिल रहा है। इसके अलावा शहर के बाजारों की तरफ देखा जाए तो यहां भी दुकानदारों की तरफ से अपनी दुकानों से 3-3 फुट आगे सामान बढ़ाकर लगाया जाता है जिस कारण बाजार का रास्ता बहुत छोटा हो गया है। यहां ही बस नहीं, बस स्टैंड के बीच से मजीठा रोड को जाती सड़क के मोड़ पर रिक्शे वालों ने काफी तदाद में रिक्शे लगाए हुए हैं जिससे भी ट्रैफिक समस्या निरंतर पैदा हो रही है।