Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 08:04 AM
बेहोशी की हालत में मिले गिद्दड़बाहा के मजदूर के मामले बारे असमंजस बना हुआ है, जिसे 10 दिन पहले अगवा किया गया था, परंतु बङ्क्षठडा पुलिस इस मामले से अनजान है। अगर पुलिस को इस मामले बारे पता नहीं तो यह भी संभव है कि कहानी कुछ और है तथा बठिंडा में मिला...
बठिंडा(परमिंद्र): बेहोशी की हालत में मिले गिद्दड़बाहा के मजदूर के मामले बारे असमंजस बना हुआ है, जिसे 10 दिन पहले अगवा किया गया था, परंतु बङ्क्षठडा पुलिस इस मामले से अनजान है। अगर पुलिस को इस मामले बारे पता नहीं तो यह भी संभव है कि कहानी कुछ और है तथा बठिंडा में मिला मजदूर कुछ और कह रहा है।
जानकारी के अनुसार समाज सेवी संस्था सहारा जनसेवा बठिंडा के वर्करों को मुक्तसर रोड से पुलिस हाइटैक प्वाइंट के निकट एक व्यक्ति बेहोशी की हालत में मिला, जिसे तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने इसका प्राथमिक इलाज किया। कुछ समय बाद उसको होश आया तो उसने अपना नाम राज सिंह पुत्र नाजर सिंह निवासी गिद्दड़बाहा बताया। राज सिंह के मुताबिक वह दिहाड़ीदार मजदूर है। करीब 10 दिन पहले जब वह काम से वापस घर लौट रहा था तो रास्ते में आधा दर्जन अज्ञात व्यक्तियों ने उसे घेर लिया, जिनके साथ 2 महिलाएं भी थीं। उन्होंने उससे मारपीट की और 400 रुपए भी छीन लिए। विरोध करने पर उसकी दोबारा मारपीट की गई तथा वे उसे अपने साथ ही ले गए।
उसे किसी अज्ञात जगह पर रखा गया। इस दौरान भी उसकी मारपीट होती रही। आज उसको होश आया तो वह अस्पताल में था लेकिन वह बठिंडा कैसे पहुंचा, उसे कुछ नहीं पता। दूसरी तरफ थाना सदर या थाना थर्मल बङ्क्षठडा की पुलिस को इस बारे में कुछ भी नहीं पता कि उनके क्षेत्र के अंदर या आसपास कोई व्यक्ति बेहोशी की हालत में मिला है। अधिकारियों का कहना था कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
मजदूर की असल कहानी
डी.एस.पी. गिद्दड़बाहा राज पाल सिंह के अनुसार राज सिंह शादीशुदा है जिसकी एक बेटी भी है, लेकिन राज सिंह के संबंध किसी अन्य महिला के साथ भी चल रहे हैं। राज सिंह दूसरी महिला के साथ गिद्दड़बाहा में रहता है। दूसरी महिला राज सिंह से घर में हिस्सा मांगती है। इसी बात को लेकर राज सिंह के परिवार व दूसरी महिला के बीच विवाद चल रहा है जिसके चलते कुछ दिन पहले राज सिंह घर छोड़कर चला गया था। गत दिन दोनों पक्ष थाना गिद्दड़बाहा में एकत्र हुए थे, लेकिन समझौता नहीं हो पाया, जबकि पुलिस को ‘पंजाब केसरी’ के जरिए ही पता चला कि राज सिंह बठिंडा में है।