Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Dec, 2017 12:05 PM
स्थानों की दूरी और नगरों की जानकारी के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर राज्यभर में लगवाए गए साइन बोर्डों पर पंजाबी भाषा को प्रमुख स्थान दिलाने के लिए राज्य में चली मुहिम तहत अंग्रेजी व हिन्दी भाषाओं पर काला रंग पोत दिया गया था। हाईवे अथारिटी की लापरवाही...
टांडा-उड़मुड(पंडित): स्थानों की दूरी और नगरों की जानकारी के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर राज्यभर में लगवाए गए साइन बोर्डों पर पंजाबी भाषा को प्रमुख स्थान दिलाने के लिए राज्य में चली मुहिम तहत अंग्रेजी व हिन्दी भाषाओं पर काला रंग पोत दिया गया था। हाईवे अथारिटी की लापरवाही का आलम यह है कि 3 महीने बीत जाने के बाद भी इन साइन-बोर्डों को अभी तक ठीक नहीं करवाया गया जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है ।
क्या है समस्या
जम्मू-कश्मीर और वैष्णो देवी यात्रा पर जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले अन्य राज्यों के यात्रियों को साइन-बोर्डों पर हिन्दी व अंग्रेजी भाषा न होने से पिछले 3 महीनों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समस्या के बावजूद हाईवे अथारिटी ने इन साइन-बोर्डों को ठीक करवाना उचित नहीं समझा।
समाज सेवी संस्था लायंस क्लब टांडा गौरव के गुलशन अरोड़ा, दलजीत सिंह सोढी, हेमंत मेनराय, रोहित टंडन, जगदीप मान व लोक इंकबाल मंच के मंजीत सिंह खालसा ने मांग की है कि पंजाबी भाषा को पहल देते हुए हिन्दी व अंग्रेजी में लिखकर नए साइन-बोर्ड जल्द लगवाए जाएं ताकि लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े।
क्या कहते हैं एस.डी.एम.
इस संबंधी एस.डी.एम. दसूहा डा. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि समस्या उनके नोटिस में है। उन्होंने इसके हल के लिए हाईवे अथारिटी तथा टोल प्लाजा कम्पनी से कहा है। जल्द ही समस्या का हल हो जाएगा।